आज हम आपको इस पोस्ट में बता रहें हैं कि, सेब खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं? (Apple Benefits and Side Effects in Hindi) सेब के साथ-साथ इनके पत्ते भी बहुत गुणकारी होता हैं। सेब एक प्रकार का फल हैं, जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करता हैं। फलों में सेब को बहुत पौष्टिक और ताकतवर माना जाता हैं। सेब विटामिन और मिनरल्स का बहुत अच्छा श्रोत माना जाता हैं। सेब के बारे में वह कहावत तो सुना होगा आपने, एन एप्पल ए डे कीप्स द डॉक्टर अवे (An Apple a day keeps the doctor away) मतलब की अगर आप रोज सुबह एक सेब खाते हैं तो आप डॉक्टर से दूर रहते हैं। सेब की तासीर ठंडी होती हैं।
हम चाहते हैं कि बीमार नहीं पड़े तो, हमारे मन में सेब खाने की इच्छा होती हैं। सेब खाने कि सलाह डॉक्टर भी देती हैं। सेब स्वाद में रसेला मीठा और खट्टा होता हैं। पकने के बाद खट्टा ना के बराबर होता हैं। सेब का रंग लाल, हरा और पीला होता हैं। सेब देखने में गोलाकार होता हैं। सेब का गुदा और छिलका खाया जाता हैं। सेब का साथ-साथ उनका पत्ता और छाल भी उपयोग किया जाता हैं। सेब का बीज कभी नहीं खाया जातां हैं। सेब का बीज काला रंग का और बहुत छोटी चमकदार होता हैं।
सेब का मेडिकल नाम मेलस डोमेस्टिका (Malus Domestica) सेब का पेड़ की लम्बाई 5 से 15 फीट तक लम्बा होता हैं। सेब को अधिक-से अधिक 10 से 12 दिन तक खाने के लिए फ्रीज में रखा जा सकता हैं। सेब आसानी से बाजारों में मिल जाता हैं। भारत में इनके उपलब्धता में कोई कमी नहीं हैं।
सेब का उत्पादन
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सेब का ज्यादा उत्पादन ठंडे देशों और ठंडो प्रदेशों में होता हैं। 2019 के अनुसार सेब का दुनिया भर में उत्पादन 87 मिलियन टन था। जिसमें चीन कुल उत्पादन का 48% पहले स्थान पर था। दूसरे स्थान पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और तीसरे स्थान पर तुर्की उसके बाद पोलैंड, ईरान और इटली करता हैं।
सेब का फसल ज्यादातर पहाड़ों और ठण्डों प्रदेशों में होता हैं। भारत में भी कई राज्यों में सेब के फसल किया जाता हैं। उन राज्यों में कश्मीर, हिमाचल-प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल-प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड और उत्तर-प्रदेश के पहाड़ों क्षेत्रों में सेब की फसल उगाया जाता हैं।
सेब का इतिहास (History of apple)
सेब पेड़ की उत्पति मध्य-एशिया में हुई थी। माना जाता हैं कि, सेब का फसल 10,000 साल पहले तियान शान
के पहाड़ों में उगाया गया था।
सेब के कुछ अलग-अलग किस्मो के नाम
दुनिया भर में सेब का 7500 से भी ज्यादा किस्में हैं। सेब के कुछ भिन्न-भिन्न किस्मों के नाम इस प्रकार हैं। अमृत, अनानास रेनेट, सुगंध, डिस्कवरी, फूजी, गाला, दादी स्मिथ, गोल्डन स्वादिस्ट, प्रशांत गुलाब, चैंपियन, लाल स्वादिस्ट, गर्मी, शुगरबी, पीला पारदर्शी, जोनागोल्ड किस्में हैं।
सेब के अलग-अलग भाषाओं में नाम
- मेडिकल- मेलस डोमेस्टिका (Malus Domestica)
- अँगेजी- एप्पल (Apple)
- हिन्दी- सेब
- गुजराती- सफरचंद और सफरजन
- संस्कृत- महाबदार और मुष्टिप्रणाम
- मराठी- सफरचंद
- पंजाबी- चूई
- बंगला- सेब
- अरबी- तुफाहा
- कनाड़ा- सेबू
सेब में पाएँ जाने वाले पोषक तत्व
100 ग्राम सेब में पाये जाने वाले पोषक तत्व:-
पोषक-तत्व | मात्रा |
कैलरीज | 59 |
पानी | 85% |
शुगर | 10 ग्राम |
कार्बोहायड्रेट | 13 ग्राम |
फाइबर | 2.5 ग्राम |
वसा | 0.5 ग्राम |
प्रोटीन | 0.25 ग्राम |
कम मात्रा में पाएँ जाने वाले पोषक तत्व:-
पोषक तत्व | मात्रा |
बीटा-केरोटीन | 28 माइक्रोग्राम |
लुटेइन जेएक्सेंथिन | 29 माइक्रोग्राम |
फोलेट | 3 माइक्रोग्राम |
विटामिन K | 2.1 माइक्रोग्राम |
कैल्शियम | 6 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 5 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 12 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 106 मिलीग्राम |
सोडियम | 1 मिलीग्राम |
जिंक | 0.04 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 0.035 मिलीग्राम |
विटामिन C | 4.5 मिलीग्राम |
विटामिन E | 0.17 मिलीग्राम |
विटामिन B6 | 0.041 मिलीग्राम |
थाइमीन (B1) | 0.016 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन (B2) | 0.025 मिलीग्राम |
नियासिन (B3) | 0.091 मिलीग्राम |
पैंटोथेनिक एसिड (B5) | 0.061 मिलीग्राम |
आयरन | 0.11 मिलीग्राम |
एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व (Antioxidants)
- कोटेचीन (Catechin)
- क्वेरसेटिन (Quercetin)
- फलोरिडक्सिन (Phaloridzin)
- क्लोरोजेनिक एसिड (Chlorogenic)
सेब खाने के सभी फायदे
वजन कम करने में मदद:-
सेब में फाइबर अत्यधिक मात्रा में पाया जाता हैं और साथ-ही-साथ कम मात्रा में कैलरीज पाये जाने के कारण यह वजन कम करने में बहुत मदद करता हैं। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, वह लोग सेब खाना खाने से 30 मिनट पहले अगर एक सेब खाते हैं तो उससे उनका पेट भरा-भरा लगता हैं, जिससे खाने की मात्रा थोड़ा कम हो जाता हैं। जिससे हमें अपना वजन कम करने में मदद करता हैं। आप सेब खाने के 1-2 घंटे बाद भी खा सकते हैं।
कैंसर होने के खतरा को कम करना:-
जो लोग नियमित से कम-से-कम एक सेब का सेवन करते हैं, उन लोगों में कैंसर होने का खतरा बहुत कम हो जाता हैं। सेब में क्वेरसेटिन नाम के एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं और कई ऐसे विटामिन और मिनिरल्स पोषक तत्व पाये जाने के कारण, हमारे शरीर में कैंसर सेल को बनने से रोकता हैं। जिससे भविष्य में कैंसर होने के खतरा कम हो जाता हैं, इसलिए हमें सेब का सेवन जरूर करना चाहिए।
खून की कमी को पुरा करना:-
सेब में आयरन और कई ऐसे विटामिन्स और मिनरल्स पाये जाते हैं जो, हमारे शरीर में खून की कमी को पूरा करता हैं। खून की कमी के कारण हमारे शरीर में जितने भी समस्या होते हैं। उन लोगों को कम-से-कम रोज सुबह खाली पेट 1 सेब तो जरूर खाना चाहिए। या फिर एक दिन में एक गिलास सेब का जूस जरूर पीये, दो बार भी पी सकते हैं। लगातार 2-3 सप्ताह पीने से आपको बहुत अच्छा परिणाम मिलेगा।
दिल की बीमारियों को कम करना:-
सेब के नियमित सेवन से दिल की बीमारी होने का खतरा कम हो जाता हैं। सेब में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाये जाते हैं और फाइबर भी पाये जाते हैं जो, बड़े हुए ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करता हैं। जिससे शरीर में खून का दौरा सही रहता हैं। सेब में विटामिन K पाया जाता हैं, जिससे शरीर में खून का थक्का जमा नहीं होता हैं। जिससे दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता हैं और दिल को मजबूत बनाता हैं। जिससे दिल से जुडी बीमारीयों का होने का खतरा कम हो जाता हैं।
लूज मोशन (दस्त, डायरिया) को ठीक करना :-
सेब में पेक्टिन पाया जाता हैं जो लूज मोशन में जल्द आराम मिलती हैं। अगर आपको लूज मोशन, दस्त और डायरिया हो जाता हैं तो, आप एक सेब ले उसको पानी में अच्छे से उबाल लेना हैं, उस उबले हुए सेब थोड़ा चुटकी भर दालचीनी का पाउडर मिलाकर खाने से आपको लूज मोशन, दस्त और डायरिया की समस्या को ठीक करता हैं और पेट को भी अच्छा रखता हैं।
किडनी में पथरी:-
सेब के नियमित सेवन करने से पथरी होने वाले के सेल देता हैं। जिन लोगों को गुर्दे में पथरी की समस्या हैं, उन लोगों को सुबह-सुबह खाली पेट एक सेब और सेब का सिरका दोनों सेवन करने से किडनी की पथरी में धीरे-धीरे आराम मिलता हैं। अगर आप सेब से सिरका का सेवन करते हैं तो एक चम्मच सेब का सिरका आधी कप पानी में घुलकर पीने से बहुत आराम मिलता हैं।
छोटे बच्चे में होने वाले समस्या:-
छोटे बच्चे में अगर लूजमोशन और पेट में मरोड़ जैसा होता हैं तो, उसमें भी सेब बहुत फायदे करती हैं। सेब का छिलका उतारकर उसको पेस्ट जैसा बनाकर उसे थोड़ा-थोड़ा चटाते रहें, इसे छोटे बच्चे दे सकते हैं।
त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद:-
सेब के नियमित सेवन से हमारे शरीर का त्वचा स्वस्थ रखता हैं। सेब में भरपूर मात्रा में विटामिन C पाया जाता हैं जो त्वचा को रूखी और झुर्रियाँ होने से बचाता हैं। जिससे हमारे त्वचा में चमक बना रहता हैं और त्वचा लम्बे समय तक जवान दिखती हैं।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना:-
अगर हमारे शरीर का रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो गया हैं, जिसे हम इम्युनिटी कहते हैं। रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण कई बार देखते होंगे कि मौसम बदलते ही आपको सर्दी-जुकाम-खाँसी जैसी समस्या होती हैं। सेब में विटामिन C पाया जाता हैं जो शरीर का रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता हैं और आप कम बीमार पड़ते हैं।
दाँतो और मसूड़ों को मजबूत बनाना:-
सेब को चबा-चबाकर खाने से दाँतो और मसूड़ों को मजबूत बनाता हैं। सेब खाते समय जो रस निकलता हैं, वह हमारे दाँतो और मसूड़ों को बहुत पहुँचाता हैं।
लीवर को स्वस्थ रखना:-
सेब की तासीर ठण्डी होती हैं और सेब में कई ऐसे विटामिन और मिनिरल्स पोषक तत्व पाये जाते हैं जो, हमारे लीवर से जुड़ी समस्या को दूर रखता हैं और हमारे लीवर को मजबूत बनाता हैं। सेब लीवर को साफ करने में भी मदद करता हैं।
शुद्धीकरण करने में मदद करना:-
सेब में ऐसे पोषक तत्व भी पाये जाते हैं जो शरीर का शुद्धीकरण करने में मदद करता हैं। हमारे शरीर के अन्दर जितने भी जमा विषैले पदार्थ हैं, उसे बाहर निकालने में मदद करता हैं।
दिमाग के लिए अच्छा होना:-
सेब में विटामिन B6 पाया जाता हैं जो दिमाग के लिए अच्छा होता हैं। इसके साथ-साथ कई ऐसे विटामिन और मिनिरल्स और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाये जाते हैं जो हमारे दिमाग के लिए अच्छा होता हैं। हमारे दिमाग को तेज करने में मदद करता हैं और हम किसी चीज में मन लगाने सहायक होते हैं।
कमजोरी को दूर करना:-
सेब को बलवर्धक माना गया हैं। यह शरीर में ताकत देने का काम करता हैं। यह शरीर के कमजोरी को दूर करता हैं। सेब में भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनिरल्स पाया जाता हैं जो किसी भी प्रकार का कमजोरी को दूर करता हैं।
माइग्रेन की समस्या:-
जिन लोगों में माइग्रेन की समस्या हैं, जिसे हम सर में अक्सर दर्द रहना कहते हैं, उसमें सेब का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं। सेब को आप खाना खाने के 1 घण्टे पहले सेवन करें।
कब्ज की समस्या को दूर करना:-
सेब में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं, जो कब्ज की परेशानी को दूर करता हैं और कब्ज के कारण होने वाले समस्या को दूर करता हैं। अगर आपको अक्सर कब्ज की समस्या रहती हैं तो आप रोज सुबह नास्ते में कम-से-कम एक सेब जरूर खाएँ और रात को कभी भी सेब का सेवन नहीं करें। रात को सेब का सेवन करने से पेट में तरह-तरह की समस्या और अपच जैसी समस्या हो सकती हैं।
कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करना:-
सेब में अत्यधिक मात्रा में फाइबर पाये जाने के कारण, यह ख़राब कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करता हैं और अच्छा कोलेस्ट्रॉल HDL और VLDL को बढ़ाता हैं। जिससे आने वाले समय में दिल की बीमारी से बचाता हैं। इसलिए हमें सेब का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
आँखों के लिए अच्छा होना:-
सेब में बीटा-केरोटीन पाया जाता हैं, जो हमारे आँखों के लिए अच्छा होता हैं। आँखों से जुड़े बिमारियों को दूर रखता हैं। धुँधला दिखने जैसी समस्या में आराम मिलता हैं। आँखों की रौशनी बढ़ती हैं और आँख स्वस्थ रहता हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाना:-
सेब में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन और मिनिरल्स भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं जो, कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता हैं।
अस्थमा के रोगियों में लाभ:-
एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन, मिनिरल्स से भरपूर सेब हमारे फेफड़ों और साँस लेने की क्षतमा को मजबूत करने में मदद करता हैं। खोजकर्ताओं के अनुसार जो लोग नियमित रूप से सेब का सेवन करते हैं, उन लोगों में अस्थमा होने खतरा कम पाया गया। कम-से-कम रोज सुबह 1 सेब जरूर खाना चाहिए।
यौन-शक्ति को बढ़ाना:-
सेब बलवर्धक साथ-साथ शुक्रवर्धक भी हैं। सेब शरीर में शुक्र धातु को बढ़ाता हैं। सेब में एक कोटेचीन (Catechin) एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता हैं जो शरीर में शुक्र-धातु बढ़ाती हैं। जिससे लिंग में तनाव लाने में मदद करती हैं और सेक्स जीवन अच्छी होती हैं।
मधुमेह वालों को सेब खाना:-
खोज से पता चला हैं कि जो लोग नियमित रूप से सेब का सेवन करते हैं। उन लोगों में मधुमेह का खतरा, जो लोग सेब का सेवन नहीं करते हैं, उनके मुकाबले 7% कम पाया गया हैं। सेब में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं इसलिए फाइबर-युक्त खाना खाने से मधुमेह स्तर को नियंत्रण रखती हैं। सेब में जो शुगर पाया जाता हैं, वह खून में पहुँचने में बहुत समय लगता हैं। इसलिए मधुमेह रोगियों में सेब खाना नुकसान नहीं करता हैं।
संक्रमण (Infection) होने से रोकना:-
सेब में कई और ऐसे एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन और मिनिरल्स पाये जाते हैं जो कई प्रकार का इन्फेक्शन होने से बचाता हैं।
सेब कब,कितना और कैसे खायें
कब:- सेब खाने का सबसे सही समय होता हैं, सुबह खाली पेट और नास्ते के 1 घंटे बाद, उसके बाद आप दोपहर में खाना खाने के लगभग 2 घंटे बाद खायें। आप सेब का सेवन शाम में भी खा सकते हैं, लेकिन इसमें हमारा पाचनतंत्र पर असर पड़ता हैं। रात को कभी-भी सेब का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे पेट में भारीपन, गैस और अपच जैसी समस्या होती हैं। दिन में भी भूख लगने पर इसे भोजन के रूप में खाया जा सकता हैं, लेकिन दूसरे खानों के बीच लगभग 2 घंटे का अन्तर होनी चाहिए।
कितना:- एक दिन में 1 से 2 सेब का सेवन करना चाहिए, सुबह और दोपहर को। अगर आप ज्यादा खाना चाहते हैं तो अधिक-से अधिक 3 सेब खा सकते हैं, सुबह, दोपहर और शाम को। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, वह लोग सेब को तीनों टाइम खाना खाने से 30 मिनट पहले खायें। जिससे आप खाना के मात्रा में कमी आएगी और आपका वजन कम होने में मदद करेगा।
कैसे:- लोग अक्सर सेब खाते समय छिलके उतार देते हैं। छिलके उतारकर कर खाने से सेब पोषक तत्व में कमी आ जाती हैं। सेब के छिलके में फाइबर पाया जाता हैं। सेब को छिलके सहित खाना चाहिए, जिससे पोषक तत्व हमारे शरीर को ज्यादा मिल सकें। सेब काटने के तुरन्त बाद खा लेना चाहिए। ऐसे ज्यादा देर काटकर छोड़ने से इनका रंग डार्क और ब्राउन होने लगता हैं। ऐसा इसमें पॉलीफेनोल (Polyphenol) एंटीऑक्सीडेंट पाये जाने कारण होता हैं। हालांकि काटे सेब का बाद में भी सेवन कर सकते हैं। लेकिन ब्राउन हुए हिस्से को काटकर अलग कर लें।
लेकिन सेब को ख़राब होने से बचाने के लिए और देखने में अच्छे लगें, इसके लिए सेब में वेक्स का लेयर चढ़ाया जाता हैं। ऐसे सेब को गर्म पानी से अच्छे से धोकर या छिलके को उतारकर ही खाना चाहिए। सेब के साथ किसी और चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। हम सीधे सेब, सेब को काटकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर भी खा सकते हैं, सेब को दूध में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं यह पचने में थोड़ा भारी होता हैं। साथ-साथ सेब का जूस और सेब सिरका का भी सेवन करते हैं।
सीधे सेब के मुकाबले सेब के जूस में थोड़ी पोषक तत्वों में कमी आ जाती हैं। सेब के जूस में चीनी का उपयोग नहीं करें। लोग अक्सर सेब के जूस निकालने के बाद उसे छान लेते हैं, ऐसा करने से उसके पोषक तत्वों में बहुत कमी आ जाती हैं। इसलिए लिए सेब का जूस बिना छाने पीना चाहिए। सेब को डायरेक्ट खाना सबसे अच्छा होता हैं।
सेब खाने के बाद क्या नहीं खाएँ?
- सेब खाने के 30 मिनट पहले और 30 पहले बाद कुछ नहीं खाना चाहिए।
- सेब के बाद मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप को सफेद दाग हो सकती हैं।
- सेब खाने के तुरन्त बाद दही नहीं खानी चाहिए, नहीं तो आपको कफ की समस्या हो सकती हैं।
- सेब खाने के बाद खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, नहीं तो आपको पेट में गैस की समस्या हो सकती हैं।
- सेब खाने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए। पानी आपको 30 मिनट बाद ही पीना चाहिए।
सेब में लगें लेवल का क्या मतलब हैं
कई बार आप सेब खरीदते समय देखते होगें कि, सेब में एक लेवल लगा रहता हैं, इसका क्या मतलब होता हैं। यह लेवल सेब की क्वालिटी को बताता हैं। अगर आप अच्छे फलों का सेवन नहीं करते हैं तो आपको फायदे की जगह नुकसान होगा। लेवल में दाम, अंतिम तिथि और PLU कोड भी होता हैं।
तो आइये जानते हैं कि, किस लेवल का सेब सबसे अच्छा होता हैं। PLU कोड में एक नंबर होता हैं, जिससे हमें पता चलता हैं कि यह ऑर्गेनिक तरह से उगाया गया हैं कि नहीं।
जिस सेब के PLU कोड में शुरुआती अंक 9 से शुरू होता हो और यह पाँच अंक का होता हैं तो आप समझ जाइये कि यह फल ऑर्गेनिक तरीके से उगाया गया हैं और यह आपके सेहत के लिए बहुत अच्छा हैं।
दूसरा जिस PLU कोड में शुरूआती अंक 8 से होता हैं और यह पाँच अंक का होता हैं तो आप समझ जाइये कि यह नॉन-ऑर्गेनिक तरीके से उगाया गया हैं।
तीसरा जिस सेब के PLU कोड में 4 अंक होता हैं, चाहें वह किसी भी अंक से शुरुआत हो, ऐसी फलों को कीटनाशक और कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता हैं और यह फल सस्ता होता हैं। अगर आप ऐसे फलों का सेवन करते हैं तो आपको कैंसर जैसी खतरनाक बिमारियों होने का डर रहता हैं। हमें हमेशा ऑर्गेनिक तरीके से उगाया गया ही फलों का सेवन करना चाहिए।
सेब के बीज के भयानक नुकसान
सेब के बीज भूल से भी नहीं खाना चाहिए। इसमें सायनाइड (Cyanide) नाम का जहरीली पदार्थ होता हैं। सायनाइड एक प्रकार हैं, जिसे खाने के बाद आदमी मर भी जाता हैं। सायनाइड की गोली का लोग आत्महत्या करने के लिए भी करता हैं। इसलिए सेब के बीज खाने से आपको बाद में कई तरह की समस्या हो सकती हैं।
सेब खाने के नुकसान
- सेब खाने से किन्हीं-किन्हीं लोगों में एलर्जी की समस्या हो सकती हैं। जिन लोगों को पहले से किसी तरह की एलर्जी की समस्या हैं, वह लोग सेब का सेवन नहीं करें।
- जो लोग ज्यादा पतले-दुबले हैं, वह लोग खाना खाने के पहले लगभग 30 मिनट के आसपास सेब नहीं खायें। ऐसा करने से उनके भूख में कमी हो जाती हैं। जिससे उनका वजन और कम हो जाता हैं।
- सेब के बीज खाने से बचें, इसमें जहरीला पदार्थ होता हैं।
- सेब में अम्ल की मात्रा होती हैं। अधिक सेब का सेवन करने से दाँतो को नुकसान भी पहुँचा सकते हैं। इसलिए एक से अधिक एक दिन में सेब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अस्थमा के रोगियों को कभी-भी सेब का सेवन रात में नहीं करना चाहिए।
सेब से घरेलू उपचार
- जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या हैं, वह लोग सेब और लौकी को एक साथ मिलाकर जूस निकालकर पीने से एसिडिटी की समस्या में आराम मिलता हैं।
- 5-6 ग्राम सेब के पत्ते और 5-6 ग्राम पेड़ के छाल को उबालकर पीने से किसी-भी प्रकार का बुखार में आराम मिलता हैं।
- आम का सूखा हुआ फल जो गिर जाता हैं, उसे सूखाकर रख लें और सेब के पेड़ की छाल को दोनों को लगभग 5 ग्राम 300 से 400 ग्राम पानी में उबालने के बाद जब 100 ग्राम पानी बच जाएँ। इस पानी के सेवन से पेट की बीमारी पेचिस, दस्त और अतिसार में जल्द आराम देती हैं।
- अगर किसी को बिच्छू काट लिया हैं तो, 10 ग्राम पत्तियों को कूटकर उसे 300 से 400 ग्राम पानी में उबालने के बाद जब 100 ग्राम पानी बच जाएँ, तब उस पानी के सेवन से बिच्छू के दर्द में आराम मिलता हैं।
- सेब के सूखे टुकड़े और उसमे तुलसी, पुदीना के पत्ते और लौंग डालकर चाय बनाकर पीने से सर्दी, जुकाम, खाँसी और कफ में बहुत फायदेमंद होता हैं। यह एक अच्छा स्वादिस्ट चाय होता हैं।
FAQ: (सेब से जुड़े पूछे गएँ सवाल और जबाब)
Q. ज्यादा सेब (एप्पल) खाने से क्या होता हैं?
Ans:- ज्यादा सेब खाने से शरीर में फाइबर की मात्रा जरूरत ज्यादा बढ़ सकता हैं और कार्बोहायड्रेट अत्यधिक मात्रा पाये जाने कारण शरीर में शुगर लेवल बढ़ सकती हैं। ज्यादा सेब खाने से भूख कम हो जाती हैं, जिसके कारण वजन कम होता हैं। फलों में सबसे ज्यादा कीटनाशक का प्रयोग सेब में ही किया जाता हैं। कीटनाशक वाले फलों का प्रयोग ज्यादा नहीं करना चाहिए।
Q. एक दिन में कितने सेब खाना चाहिए?
Ans:- एक दिन में 2 से अधिक सेब नहीं खाना चाहिए।
Q. खाली पेट सेब (एप्पल) खाने से क्या होता हैं?
Ans:- खाली पेट एक सेब खाने से पेट से जुड़ी जितनी की समस्या हैं, वह ख़त्म हो जाती हैं। कब्ज को ख़त्म करती हैं। सेब खाली पेट खाने से सेब का ज्यादा फायदा मिलता हैं। खाली पेट सेब खाने से शरीर में इन्सुलिन लेवल कंट्रोल में रहता हैं। इसके शुगर खून में धीरे-धीरे पहुँचता हैं। यह शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता हैं।
Q. सेब (एप्पल) की तासीर क्या हैं?
Ans:- सेब की तासीर ठंडी होती हैं।
Q. सेब खाने से कौन-सी बीमारी होती हैं?
Ans:- सेब खाने से एलर्जी की समस्या होती हैं और अस्थमा के रोगी अगर रात में सेब खाते हैं तो अस्थमा की बीमारी और बढ़ सकती हैं।
Q. सेब में कौन-कौन सा विटामिन पाया जाता हैं?
Ans:- विटामिन C, E, K, B1, B2, B3, B5 और B6 पाया जाता हैं।
Q. एक सेब खाने से कितनी कैलरीज मिलती हैं?
Ans:- एक 100 ग्राम का सेब खाने से 58 कैलरीज मिलती हैं।
Q. सेब को कब खाना चाहिए?
Ans:- सेब खाने का सबसे सही समय सुबह खाली पेट होता हैं। आप सेब को नास्ते के 1 घंटे बाद भी खा सकते हैं।
Q. सेब खाने के कितने देर बाद पानी पियें?
Ans:- सेब खाने के 30 मिनट बाद पानी पी सकते हैं।
(नोट:- अगर आपको इस पोस्ट में कुछ जानकारियाँ नहीं मिली हो तो, कमेंट जरूर करें और इस पोस्ट को अधिक लोगों के साथ शेयर करें)
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