गन्ने का जूस पीने के 15 फायदे और नुकसान | कब और कितना पियें?

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इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बता रहें हैं कि, गन्ने के जूस पिने के फायदे और नुकसान क्या हैं? (Sugarcane Juice Benefits in Hindi) गन्ने के जूस को किसी अमृत से कम नहीं माना गया है। इनका स्वाद मीठा होता हैं। इसे हम कई बीमारियों में दवा के रूप सेवन करते हैं।

गन्ने का सबसे ज्यादा उत्पादन ब्राजील करता हैं, दूसरे नम्बर पर भारत आता हैं। भारत में उत्तर प्रदेश (UP) सबसे ज्यादा गन्ना उत्पादन करता हैं, उसके बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान साथ-साथ देश के अनेक हिस्सों में गन्ने की खेती होती हैं।

जूस पीने का समय सुबह होता हैं। एक मात्र गन्ने के जूस ही आप खाली पेट और नास्ते और खाना खाने के बाद भी पी सकते हैं। इसका तासीर ठण्डा होता हैं। इसलिए इसे ज्यादा गर्मी में पीया जाता हैं। यह वात और पित्त को कम करता हैं और कफ को बढ़ाता हैं। गन्ने के बहुत सारे किस्में होती हैं। अलग-अलग किस्मों के अलग-अलग साइज और मोटाई होती हैं।

गन्ने के जूस के फायदे (Sugarcane Juice Benefits in Hindi)

यूरिन इंस्फेक्शन:-
जिनको पेशाब से जुड़ी समस्या हैं। जिनको पेशाब रुक-रुक कर आना, कम आना, पेशाब में जलन जैसी समस्या होने पर गन्ने का जूस पिने से इन सारी समस्या में लाभ मिलती हैं और पेशाब भी खुलकर आती हैं। गन्ने का जड़ भी पेशाब संबंधित रोगों में बहुत लाभकारी होता हैं। कम-से-कम 10 ग्राम जड़ को 300-400 ग्राम पानी में उबालने के बाद जब 100 ग्राम पानी बच जाए, तब उसे छानकर कर पीने से मूत्र-रोग में बहुत फायदेमंद होता हैं।
कमजोरी:-
अगर आप कमजोरी महसूस कर रहें हैं, भूख या थकान महसूस कर रहें हैं, तो गन्ने का जूस पीने से शरीर में तुरन्त जोश, एनर्जी लाने का काम करता हैं। इसे एनर्जी लीवर जूस भी बोलते हैं। हम जैसे ग्लूकोज पानी, सरबत पानी, ठंडा कोल्डड्रींक पीते हैं, अगर उसके जगह में गन्ने का जूस पीते हैं, तो कमजोरी आने से रोकता हैं। गर्मी के दिनों में होने वाले समस्या से बचाता हैं।
दाँत:-
गन्ने के जूस में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाए जाने के कारण, यह दाँतो से जुड़े अनेक समस्या को ठीक करता हैं। दाँतो को मजबूत करता हैं। दाँतो का हिलना, मसूड़ों का समस्या, दाँतो में केविटीज़, मुँह का बदबू इन सारे समस्याओं में गन्ने का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद होता हैं।
लीवर:-
गन्ने का जूस पीने से लीवर संबंधित जितनी भी समस्या हैं, वह नहीं होती हैं। गन्ने का रस पीने से लीवर को साफ करने में मदद करता हैं।
पीलिया (जॉन्डिस):-
अगर आपको पीलिया हो गया हैं, तो इसमें गन्ने का जूस बहुत ही फायदेमंद करता हैं। अगर सुबह-सुबह खाली पेट या नास्ते के बाद 1 गिलास गन्ने का जूस पीते हैं, तो आपको जीवन में कभी पीलिया नहीं होगा। पीलिया रोगी के लिए सबसे अच्छी दवा हैं, गन्ने का जूस। यह शरीर के पीलापन को दूर करता है।
पाचन-तंत्र:-
गन्ने का जूस पाचन-तंत्र को मजबूत बनाता हैं। खाना-खाने के 30-40 मिनट पहले 250 ग्राम गन्ने का रस में थोड़ा पुदीना और नींबू मिलाकर पिया जाए, तो भूख लगने में मदद करता हैं। गन्ने का रस खाना पचाने में मदद करता हैं। यह पेट से जुड़ी समस्या गैस, एसिडिटी, कब्ज को भी दूर करता हैं।
हड्डी:-
गन्ने के जूस में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाये जाने के कारण, ये हड्डी को मजबूत करने में बहुत मदद करता हैं। शरीर में हड्डियों जुड़ी समस्या के लिए जैसे:- हड्डियों को जोड़ने में और हड्डियों से आवाज आना जैसी समस्या में गन्ने का जूस बहुत ही फायदेमंद करता हैं।
किडनी:-
गन्ने का जूस किडनी से जुड़ी समस्या में भी बहुत फायदेमंद करता हैं। किडनी रोग में गन्ने का जड़ भी बहुत लाभकारी होता हैं। 10 ग्राम जड़ को 400 ग्राम पानी में उबालने के बाद जब 100 ग्राम जड़ पानी बच जाए तो, उसे छानकर पीने से किडनी रोग में बहुत फायदेमंद करती हैं। किडनी स्टोन में भी बहुत लाभकारी होता हैं।
नपुंसकता:-
पुरुषों में होने वाले समस्या नपुंसकता, जिनके कारण पुरुषों के वीर्य में शुक्राणु की कमी होने के कारण बच्चे नहीं होने जैसी समस्या में, गन्ने का रस बहुत लाभकारी होता हैं। 250 ग्राम गन्ने का रस में अगर 1 ग्राम चूना ( एक गेंहू दाने के बराबर) डालकर पीने से नपुंसकता की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। पूरा सीजन में जब भी गन्ना या गन्ने का जूस मिले इनका सेवन जरूर करें।
कैंसर:-
गन्ने के रस में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। इसमें पाये जाने वाले पोषक तत्व मेग्नेशियम, पौटेशियम, फॉस्फोरस कई ऐसे तत्व जो केंसर सेल को बनने से रोकता हैं। गन्ने के रस कई तरह के कैंसर से बचाता हैं।
एनीमिया:-
गन्ने के रस में अत्यधिक मात्रा में आयरन पाये जाने के कारण यह हमारे हमारे शरीर में खून की कमी को पूरा करता हैं और यह खून को साफ भी करता हैं। गन्ने का रस में पोलिकोसनॉल पाये जाते हैं जो खून को पतला करने में भी मदद करता हैं। गर्भवती महिला को गन्ने का रस सेवन जरूर करना चाहिए।
वजन बढ़ाना:-
गन्ने के जूस में अत्यधिक मात्रा में कैलरीज पाये जाने के कारण, यह वजन बढ़ाने में बहुत ही लाभ करती हैं। इसे खाना खाने के 30 मिनट बाद 250 ग्राम की मात्रा में लेते हैं, तो यह हमारे शरीर का वजन बढ़ाता हैं।
नकसीर (नाक से खून आना):-
गर्मी के दिनों में नाक या शरीर के किसी भी अंग से खून निकलने पर गन्ने के जूस में आँवले और धनिये का रस मिलाकर पीने से नकसीर जैसी समस्या में आराम मिलती हैं।
त्वचा:-
गन्ने के रस में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाने के कारण, यह त्वचा में होने वाले कई तरह के दाग-धब्बे, त्वचा ला सूखापन जैसी होने वाले समस्या को होने से रोकता हैं और त्वचा लम्बे समय तक जवान दिखता हैं। पिने के साथ-साथ अगर गन्ने के रस में नींबू का रस मिलाकर चेहरे में लगाने के 30 मिनट बाद धोने से त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता हैं।
नाखून:-
गन्ने के जूस में अत्यधिक मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस पाये जाने के कारण नाखून में होने वाले समस्या जैसी:- नाखून का काला पढ़ जाना, नाखून का सड़ जाना और नाखून में होने वाले समस्या को दूर करता हैं।

गन्ने के जूस में पाए जाने वाले पोषक तत्व

  • कैलोरीज 180 (250 ग्राम)
  • कार्बोहायड्रेट 40
  • शुगर 50 ग्राम
  • फाइबर 12 ग्राम
  • प्रोटीन
  • आयरन
  • जिंक
  • कैल्शियम
  • मैग्नीशियम
  • फास्फोरस
  • एंटीऑक्सीडेंट ( फ्लवोनोइड्स और पॉलीफेनोलिक )
  • राइबोफ्लेविन
  • नियासिन

गन्ने के जूस पीते समय ध्यान दें

गन्ने के जूस हमेशा ताजा निकालकर पियें। अगर पहले से निकालकर रखा गया हैं, तो उसे पियें। अगर 15 मिनट से भी पहले का निकाला हुआ हो, तो उसे भी पियें। निकाला हुआ जूस अगर ज्यादा देर रह जाता है, तो उसमें जीवाणु उत्पन्न हो जाते हैं। बर्फ डाला हुआ भी गन्ने का जूस भी पियें। बर्फ हमारे पेट और आंतों को नुकसान करता हैं। जूस पीते समय सड़े हुए गन्ने का इस्तेमाल करने न दें। अगर आप गन्ने का जूस नहीं पीकर सिर्फ गन्ने को अच्छे तरह से साफकर उसे काटकर दाँतो से चबाकर खाया जाए तो, और अच्छा होता हैं। इससे दाँतो की कसरत भी हो जाती हैं और बाहरी प्रदूषण से भी बचा जा सकता हैं।

गन्ने के जूस के नुकसान (Sugarcane Juice Side Effects in Hindi)

गन्ने के रस में पोलिकोसनॉल पाये जाते हैं, जो खून को पतला करता हैं, जो लोग पहले से ही खून को पतला करने की कोई दवा खा रहें हैं, वह लोग गन्ने का जूस के सेवन करें। अगर आपको कफ या खाँसी की समस्या हैं, तो गन्ने का जूस का सेवन नहीं करें, नहीं तो आपको कफ की समस्या और भी बढ़ सकती हैं। पेट के कीड़े या पेट से जुड़ी कोई समस्या हैं, तो गन्ने का जूस पियें।

कब, कितना और कैसें ?

गन्ने का जूस आप सुबह से लेकर शाम तक पी सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें की बर्फ डाला हुआ नहीं हो। गन्ने का जूस एक दिन में कम-से-कम 2 गिलास पिये 1 गिलास सुबह और 1 शाम 250 ग्राम की मात्रा में। जिनको पीलिया (जॉन्डिस) हैं, तो इसकी मात्रा बढ़ाई भी जा सकती हैं। अगर ज्यादा भी पी लेते हैं, तो कोई नुकसान नहीं होगा बस एक-दो बार ज्यादा शौचालय जाना पड़ सकता हैं। मानों की पेट की सफाई हो गई। गन्ने के जूस पीते समय साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें। हमेशा ताजा और फ्रेश जूस पियें।

FAQ (गन्ने के जूस से जुड़े सवाल और जबाब)

Q: क्या मधुमेह रोगी गन्ने का जूस पी सकते हैं ?
 
ANS:- गन्ने के जूस में अधिक मात्रा में मिठास पाए जाने के कारण यह मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा विकल्प नहीं हैं। यह आपके खून में शुगर की मात्रा बढ़ा देता हैं, जिससे आपकी समस्या और भी बढ़ सकती हैं। इसलिए आपको गन्ने के जूस पीने से बचना चाहिए। अभी भी अगर आप ज्यादा मीठा पसंद हैं, तो आप इसके जगह में ताजे फल का सेवन कर सकते हैं।
(नोट:- अगर आपको इस पोस्ट में कुछ जानकारियाँ नहीं मिली हो तो, कमेंट जरूर करें और इस पोस्ट को व्हाट्सप्प में अधिक लोगों के साथ शेयर करें)