आम खाने के 18 फायदे और नुकसान | पत्तियों और गुठली के फायदे

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आज हम इस पोस्ट में बताएँगे की आम खाने के फायदे और नुकसान और आम की तासीर किया हैं। (Mango Benefits and Side Effects in Hindi) गर्मी के दिनों का सबसे लोकप्रिय फल आम हैं। गर्मी के दिनों में हमलोग इसे बड़े चाह से खाते हैं। आम हमें कई तरह के स्वास्थ लाभ देती हैं। आम के साथ-साथ आम के पत्ते और गुठली बहुत लाभकारी होता हैं। आम के पत्ते और लकड़ी पूजा-पाठ में इस्तेमाल किया जाता हैं। आम फलों का राजा हैं और राष्ट्रीय फल भी हैं। आम स्वाद में खट्टा और मीठा होता हैं।

 
आम की तासीर गर्म होती हैं, लेकिन बारिस के बाद जो आम बाजार में आती हैं, उसका तासीर ठंडी हो जाती हैं या फिर आम लाने के बाद उसे 3-4 घंटे के लिए पानी में डूबाकर छोड़ दें, उसके बाद खाएँ। आम खाने के बाद दूध और जामुन खाने से आम की गर्मी काफी कम हो जाती हैं। आम के लकड़ियों के कई तरह के घरेलू सामान बनता हैं जैसे:- दरबाजा, पलंग, कुर्सी और टेबुल।

 
 
आम का मेडिकल नाम मैंगीफेरा इंडिका (Mangifera Indica) हैं। आम दो तरह का होता हैं। एक चूसकर खाने वाला और दूसरा काटकर खाने वाला, जो आम चूसकर खाने वाला होता हैं, वह पौधा आम के बीज से लगाया जाता हैं और जो आम काटकर खाने वाला होता हैं, वह पौधा कलम काटकर लगाया जाता हैं। चूसकर खाने वाला आम जल्दी पचता हैं और काटकर खाने वाला आम लेट से पचता हैं। आम का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। बूढ़े आदमी को चूसने वाला आम खाना अच्छा होता हैं। 
 
आम भारत के हर क्षेत्र आसानी से उपलब्ध हैं। आम के अनेक नाम हैं, इसलिए आम को भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम सेजाना जाता हैं। संस्कृत में कुल आम के 60 से भी ज्यादा नाम हैं। विश्व में सबसे ज्यादा आम उत्पादन करने वाला देश भारत हैं। दूसरे नम्बर पर चीन, तीसरे पर थाइलैंड, चौथे पर मेक्सिको, पांचवें पर इंडोनेशिया और छठे पर पाकिस्तान हैं। भारत अकेले विश्व का 42% आम का पैदावार करता हैं।
 
भारत का वह राज्य जहाँ सबसे ज्यादा आम का पैदावार होता हैं। वह राज्य हैं:- आंध्र-प्रदेश, उत्तर-प्रदेश, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और पक्षिम-बंगाल। भारतीय आम विदेशों में भी बहुत पसंद किया जाता हैं। जिससे भारतीय निर्यात को काफी लाभ होती हैं। भारतीय आम कम-से-कम 6 दिन तक खराब नहीं होती हैं। इसलिए उसे लम्बी दूरी तक भेज पाते हैं। पाँच ऐसे देश जहाँ भारत सबसे ज्यादा आम निर्यात करता हैं। वह देश हैं:– संयुक्त अरब अमीरात (UAE), यूनाइटेड किंगडम (UK), अमेरिका (USA), ओमान और कतर। 

आम के कुछ महसूर प्रजातियाँ 

भारत में कुल 1500 से भी ज्यादा आम की प्रजातियाँ पायी जाती हैं, लेकिन सारे का नाम बताना संभव नहीं हैं। आज हम आम के कुछ महसूर प्रजातियाँ का नाम बताएँगे:-
 
अल्फांसो (रत्नागिरी, बादामी):- यह आम सबसे कर्नाटक में पाया जाता हैं। इस आम को आमों में राजा माना जाता हैं। यह खाने में भी बहुत मीठा होता हैं। यह आकर में एक आम 200 से 300 ग्राम तक होता हैं। यह दर्जन के हिसाब से बिकता हैं। एक दर्जन का कीमत कम-से-कम 800 रुपया से भी ज्यादा होता हैं। विदेशों में सबसे ज्यादा यही आम भेजा जाता हैं। 
 
केसर:- यह आम गुजरात का महसूर आम हैं। यह अल्फांसो के बाद दूसरा सबसे अच्छा आम होता हैं। यह आम भी दूसरे देशों में भेजा जाता हैं। खाने में बहुत मीठा होता हैं। 
 
चौसा:- यह आम सबसे ज्यादा उत्तर-प्रदेश और बिहार में महसूर हैं। चौसा आम में सबसे ज्यादा मीठा होता हैं। इस आम में थोड़ा अजीब तरह का स्माइल होता हैं, इसके कारण कुछ लोग इसे खाना पसंद नहीं करते हैं।
 
लंगड़ा:- यह आम बिहार, उत्तर-प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पाया जाता हैं। यह आम कच्चा में बहुत खट्टा होता हैं और पकने के बाद बहुत मीठा होता हैं। पकने के पीला और हरा होता हैं। यह गोल आकार का होता हैं। यह आम का इस्तेमाल जूस बनाने में किया जाता हैं। यह आम 30 से लेकर 50 रुपया किलों बिकता हैं। 
 
दशहरी:- यह आम मुर्शिदाबाद, लखनऊ ( उत्तर-प्रदेश) उत्तराखंड में पाया जाता हैं। यह लम्बा आकार का होता हैं। यह पकने के बाद पीला और हरा होता हैं। यह आम जून और जुलाई के महीनों में आता हैं। यह 50-60 रुपया किलों बिकता हैं। 
 
हिमसागर:- यह आम पश्चिम-बंगाल के कुछ क्षेत्रों में ही पाया जाता हैं। यह आम आकार में छोटा होता हैं। यह आम पकने के बाद भी हरा होता हैं। 
 
आम्रपाली:- यह आम यह आम बड़े आकार का होता हैं। इसका स्वाद दशहरी जैसा होता हैं। पकने के बाद इसका रंग पीला होता हैं। स्वाद में अच्छा और मीठा होता हैं। 
 
फजली:- यह आम बिहार और पश्चिम-बंगाल में पाया जाता हैं। यह आम आकार में लम्बा और बड़ा होता हैं। इस एक आम का वजन 400 ग्राम से ज्यादा होता हैं। यह आम कच्चे में भी थोड़ा मीठा होता और पक्के में कम मीठा होता हैं। यह आम सबसे अंतिम सीजन में आता हैं। 
 
बेंगनपल्ली:- यह आम आंध्रप्रदेश के साथ-साथ पुरे भारत में मिलता हैं। यह आकार में बड़ा होता हैं, एक आम 500 से लेकर 600 ग्राम तक होता हैं। 
 
स्वर्णरेखा:- यह आम आंध्रप्रदेश और उड़ीसा में पाया जाता हैं। यह पकने के बाद हरा ही दीखता हैं। यह आकार में छोटा होता हैं। खाने में बहुत मीठा होता हैं। 
 
तोतापरी:- यह आम आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में पाया जाता हैं। यह आकार में लम्बा और तोते की चोंच जैसी दिखती हैं। यह खाने में खट्टापन होता हैं। इसका इस्तेमाल आचार और माज़ा बनाने में किया जाता हैं। यह आम लगभग 50 रुपया किलों बिकता हैं। 
 
नीलम:- यह आम आंध्रप्रदेश में पाया जाता हैं। यह आम भी खाने में मीठा और बहुत अच्छा होता हैं। 
लक्षम-भोग:- यह आम मालदा (पश्चिम-बंगाल) में पाया जाता हैं। यह पकने के बाद पीला और हरा होता हैं। खाने में भी अच्छा होता हैं। 
 
रूमानी:- यह आम चेन्नई में पाया जाता हैं। यह आम भी खाने में मीठा और अच्छा होता हैं। 
 
 

पके आम खाने के फायदे 

आँखों के लिए अच्छा:-
 
आम का सेवन करना आँखों के लिए अच्छा होता हैं। आम में बीटा कैरोटीन होता हैं, जो विटामिन A बनाता हैं। विटामिन A आँखों के लिए बहुत अच्छा होता हैं। आँखों में होने वाले समस्या जैसे:- कम दिखना, आँखों की रौशनी कम होना, शाम के समय कम दिखना और धुंधलापन जैसी समस्या आम के सेवन से कम होता हैं। रतौंधी जैसी समस्या में भी आम खाना अच्छा होता हैं। 
 
त्वचा और बालों के लिए अच्छा:-
 
आम में भरपूर मात्रा में विटामिन C और विटामिन A और कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा होता हैं। आम के सेवन से त्वचा स्वस्थ रहता हैं। आम खाने से त्वचा में चमक और लम्बे समय तक जवान दीखता हैं। त्वचा में होने वाले समस्या दाग-धब्बे, पिंम्पल्स, और झुर्रियाँ से बचाता हैं और बालों को मजबूती देता और बाल को लम्बे समय तक मुलायम रखते हैं। 
 
कोलेस्ट्रॉल को कम करना:-
 
आम में अत्यधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं, जो हमारे शरीर में बढ़े हुए खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता हैं। आम खाने से बढ़े हुए ख़राब कोलेस्टॉल से होने वाले समस्या से बचाता हैं। पुरे सीजन में आम का सेवन जरूर करें। 
दिल के लिए अच्छा:-
 
आम में बहुत मात्रा में फाइबर होने के कारण, यह दिल को स्वस्थ रखनें और दिल से जुड़े समस्या से बचाता हैं। आम के सेवन से दिल से जुड़े समस्या जैसे:- दिल का धड़कन तेज होना, दिलों में खून का दौरा सही रहता हैं और घबराहट से बचाता हैं। 
 
पाचन-तंत्र मजबूत बनाना:-
 
आम में अधिक मात्रा में फाइबर और कई ऐसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो हमारे पाचन-तंत्र को मजबूत बनाता हैं। कमजोर पाचन-तंत्र के कारण होने वाले समस्या जैसे:- अपच, पेट फूलना, गैस, एसिडिटी और पेट से जुड़े समस्या से बचाता हैं। पाचन-तंत्र मजबूत रहता हैं, तो खाना-पीना पचता है और शरीर में भी लगता हैं। 
 
वात-पित्त-कफ में लाभदायक:-
 
आम के खाने से शरीर में वात (वायु) दोष को कम करता हैं, पित्त को शांत रखता हैं और कफ को सामान रखता हैं। आम के सेवन से इन तीनों दोषों से हमारे शरीर को बचाता हैं। 
 
गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा:-
 
आम में कम मात्रा में आयरन पाया जाता हैं, लेकिन आयरन पाए जाने के कारण यह शरीर में खून की कमी (एनीमिया) गर्भवती महिला को एक आम जरूर खाना चाहिए। इससे गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी को पूरा करता हैं और बच्चे के शारीरिक विकास में मदद करता हैं। एक से अधिक आम का सेवन नहीं करें।  
 
रोग-प्रतिरोधक को बढ़ाना (Immunity):-
 
पके आम में भरपूर मात्रा में विटामिन C पाएँ जाने के कारण, यह हमारे शरीर का रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं। जिससे हम कम बीमार पढ़ते हैं। आम के सेवन से कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता के कारण, होने वाले समस्या जैसे:- सर्दी-खाँसी-जुकाम और बार-बार बीमार पढ़ने की समस्या से बचाता हैं। 
 
पुरुषों में यौन-शक्ति बढ़ाना:-
 
आम कई ऐसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो पुरूषों में होने वाले समस्या जैसे:- उत्तेजना में कमी, वीर्य का पतलापन, वीर्य का कम बनना और शुक्र धातु को बढ़ाता हैं। आम के सेवन से इन सारी समस्या से में लाभदायक होती हैं।
 
शरीर में ताकत बढ़ाना:-
 
आम में कई ऐसे विटामिन और आयरन पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो शरीर का बल बढ़ाने का काम करता हैं। आम के सेवन से, शरीर में कमजोरी , आलसपन, कोई काम करने में मन नहीं लगता हैं और थोड़ा-सा काम करने में थक जाते हैं,  सारी समस्या में लाभ देती हैं।
 
खून की कमी (एनीमिया):-
 
पके आम में आयरन के साथ-साथ कई ऐसे और पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो हमारे शरीर में खून की कमी को पूरा करता हैं। जिन लोगों के शरीर में खून की कमी हैं, वह लोग आम का सेवन जरूर करें। 
 
वजन बढ़ाना:-
 
आम में वसा नहीं होती हैं, लेकिन आम में अत्यधिक मात्रा में कैलरीज होने के कारण, यह वजन बढ़ाने में मदद करता हैं। एक आम और साथ में दूध का सेवन करते हैं, तो यह वजन बढ़ाने में काफी मदद करती हैं। 
 
कैंसर से बचाव:-
 
आम में पॉलीफेनोल्स और बीटा-केरोटीन कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ल्यूकेमिया और पेट के कैंसर से बचाता हैं। आम खाने से कैंसर सेल को होने से रोकता हैं। 
 
ब्लड-प्रेसर को सामान रखना:-
 
आम में पौटेशियम पाये जाने के कारण, यह उच्च-रक्त चाप को नियंत्रण करने में मदद करता हैं। आम खाने से हाई ब्लड-प्रेसर के कारण, खून का दौरा सही नहीं रहता हैं और ब्लड-प्रेसर के कारण होने वाले सारे समस्या में आराम देता हैं। 
 
दिमाग को तेज बनाना:-
 
आम में विटामिन B6 पाया जाता हैं, जो हमारे दिमाग को तेज बनाने और भूलने जैसी समस्या में बहुत लाभकारी होता हैं। आम खाने दिमाग पॉवर को बढ़ाता हैं। 
 
सूर्य प्रकाश का बुरा असर:-
 
आम के लगातार सेवन से आम में कई ऐसे विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं, जो सूर्य के बुरा प्रकाश से हमारे शरीर से बचाता हैं और गर्मी के दिनों में लू जैसी समस्या से भी बचाता हैं। 
 
अच्छी नींद लेने में मदद:-
 
आम में कई तरह के मल्टी-विटामिन, कार्बोहायड्रेट और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमें अच्छी नींद लेने में मदद करते हैं। जिन्हें कम नींद आती हो, उन्हें आम का सेवन जरूर करना चाहिए।

आम में पाए जाने वाले पोषक तत्व

165 ग्राम, आम के जूस के पोषक तत्व:-
 
  • कैलोरीज: 99
  • कार्बोहायड्रेट: 24.6 ग्राम 
  • फाइबर: 2.5 ग्राम
  • प्रोटीन: 1.4 ग्राम 
  • वसा: 0.6 ग्राम
  • बीटा कैरोटीन
  • आयरन  
  • कोलिन 
  • फोलेट: 18% रिफरेन्स डेली इन्टेक (RDI)
  • नाइसिन: 7% (RDI)
  • राइबोफ्लेविन: 5% (RDI) 
  • पोटैशियम: 6% (RDI 
  • मैग्नीशियम: 4% (RDI)
  • मैंगनीज: 4.5% (RDI) 
  • विटामिन C: 66% (RDI)
  • विटामिन A: 10% (RDI)
  • विटामिन E: 9.7% (RDI)
  • विटामिन K: 6% (RDI)
  • विटामिन B5: 6.5% (RDI)
  • विटामिन B6: 11.5% (RDI)

आम कब,कैसे और कितना खाएँ

कब:- आम कभी भी खाली पेट नहीं खाएँ। आबाद मेंम आप सुबह, दोपहर, शाम और रात को भी खा सकते हैं। आम नास्ते और खाना के बाद खाएँ, नास्ते और खाने के साथ भी खा सकते हैं,  खाना ज्यादा अच्छा होता हैं। ध्यान रखें कि आम खाने के 1 घंटे पहले और 1 घंटे बाद कुछ न खायें। आम में कैलरीज अधिक मात्रा में पाये जाने के कारण, रात में आम कम खाना चाहिए। जिनको अपच जैसी समस्या हैं, वह रात में चूसने वाला आम खायें।
 
कैसे:- आम को हम कई तरह से खा सकते हैं। आम को सीधे छीलकर खा सकते हैं। आम को हम काटकर भी खाते हैं। आम का जूस बनाकर भी पीते हैं, जूस में दूध का इस्तेमाल करें। आम का पना बनाकर पीते हैं। आम को चूसकर भी खाते हैं। कच्चे आम को आचार के रूप में खाते हैं और आम का आइसक्रीम, आम का मुरब्बा, आम जेली, आम रस, आम का बर्फी, आम का केक, आम सूजी केसरी भी बनाया जाता हैं। 
 
कितना:- एक स्वस्थ आदमी को एक दिन में 1 या 2 से अधिक आम नहीं खाना चाहिए। आम देर से पचने वाला फल हैं, अगर आप इससे ज्यादा आम खाते हैं, तो आपको पेट खराब, दस्त और अपच जैसी समस्या हो सकती हैं। 
 
 

पके आम खाने के नुकसान

आम की तासीर गर्म होती हैं, इसलिए अधिक मात्रा में खाने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आम खाली पेट कभी भी नहीं खाये। आम अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त और पेट खराब जैसी समस्या हो सकती हैं। आम की गर्मी से त्वचा और शरीर में फोड़े, फुंसी और पिम्पल्स होने लगता हैं। आम की गर्मी कम करने के लिए आप आम के साथ जामुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जामुन आम के गर्मी बहुत कम कर देती हैं। मधुमेह रोगियों को एक से ज्यादा आम खाने से नुकसान हो सकता हैं।

आम के बाद ये चीजें नहीं खाएँ

आम खाने के बाद लाल मिर्च और हरी मिर्च नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से पेट में जलन हो सकता हैं। दूसरा आम के बाद या पहले दही, मट्ठा, रायता और छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। तीसरा आम खाने के बाद या पहले कोल्डड्रिंक नहीं पीना चाहिए। चौथा आम खाने के बाद करेले का सेवन नहीं करना चाहिए, नहीं तो पेट अल्सर की समस्या हो सकती हैं। पाचवां आम खाने 1 घंटे पहले या 1 घंटे बाद पानी नहीं पीना चाहिए।    

आम के पत्ते के फायदे

शुगर में लाभ:-
 
अगर किसी को मधुमेह की बीमारी हैं। वह आम के 4-5 नये कोमल पत्ते लेना हैं, उसको पीसकर पेस्ट बना लेना हैं। उसके बाद उसमें आधी चम्मच जामुन के बीज के पाउडर, आधी चम्मच करेले के पाउडर और आधी चम्मच नीम के पत्तियों के पाउडर को आप घर में भी तैयार कर सकते हैं या फिर किसी गाँव या शहर के पन्सारी के दुकान या आयुर्वेदिक दुकान से ले आना हैं। 
 
नीम के पत्तियों के पाउडर को छोड़कर सबको एक साथ मिक्स कर लेना हैं। इनको आप आधी चम्मच सुबह खाली और शाम को खाना खाने के 1 घण्टे पहले ताजे पानी के साथ लेना हैं और नीम के पत्तियों के पाउडर को सप्ताह में 2 दिन ही मिक्स करना हैं। इसका सेवन आप लगातार 3 महीने करने से आप शुगर की समस्या धीरे-धीरे ख़त्म हो जायगी। साथ-ही साथ आप योग और व्यायाम जरूर करें। 
 
हाई ब्लड-प्रेशर:-
 
जो लोग हाई ब्लड-प्रेशर की समस्या से दवाई खाते-खाते थक चुके हैं, जबतक दवाई खाते तबतक आराम मिलता हैं, दवाई थोड़ देते हैं तो फिर परेशान रहते हैं। वह लोग आम के कोमल पत्ते का रस या फिर आम के नये पत्ते को पीसकर 10-20 ग्राम की मात्रा में पेस्ट बनाकर, उसको किसी बर्तन में 1 गिलास में डालकर उसे उबाल कर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से सेवन करने से उच्च-रक्तचाप बिलकुल ठीक हो जायगा। 
 
पाचन-तंत्र को ठीक करना:-
 
जिन लोगों का पाचन-तंत्र ठीक से काम नहीं करता हैं। खाया पिया नहीं पचता हैं और शरीर में नहीं लगता हैं, वह लोग सप्ताह 2-3 दिन सुबह खाली पेट नये पत्ते को धोकर चबाकर खाने से उनका पाचन-तंत्र में बहुत सुधार होता हैं। 
 
त्वचा का रूखापन:-
 
जिन लोगो के त्वचा में दाग-धब्बे, पिम्पल्स, त्वचा का कालापन, आँखों के निचे कालापन और त्वचा में चमक नहीं रहता हैं। वह लोग आम के नये पत्ते को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर, उसमें एक चम्मच एलोवीरा जेल, एक चम्मच चहेरे में लगाने वाले हल्दी और देशी गाय के मलाई को भी थोड़ा मिलाकर चेहरे में लगाने से चेहरे में चमक आती हैं और इन सारी समस्या से छुटकारा मिलता हैं।  
 
गुर्दे में पथरी:-
 
जिन लोगों को बार-बार गुर्दे में पथरी होती हैं। उन लोगों को आम के कोमल पत्ते का रस निकालकर पीना या आम के नये पत्ते को सूखाकर उनका पाउडर बनाकर उनका ताजे पानी के साथ इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता हैं। 
 
कान में दर्द:-
 
जिन लोगों का कान में दर्द हैं, वह लोग आम के कोमल पत्ते का रस निकालकर, उनको थोड़ा गर्म करके ठंडा होने के बाद उसको एक-दो बूंद कान डालने से कान का दर्द बिलकुल ठीक हो जाता हैं। 
 
पित्त की थैली में पथरी:-
 
जिन लोगों को पित्त की थैली में पथरी हैं, वह लोग आम के नये पत्ते का रस निकालकर उनका सेवन करने से, आपका पित्त की थैली में पथरी की समस्या ठीक होने लगता हैं और इससे होने वाले समस्या से आराम मिलता हैं। इनका सेवन आप लगातार 3 महीने करने से आपका पित्त की थैली की पथरी की समस्या बिलकुल ठीक हो जाती हैं। 
 
खूनी दस्त और खूनी बवासीर में आराम:-
 
जिन लोगों को दस्त के खून आती हो या खूनी बवासीर की समस्या हैं, वह लोग आम के कोमल पत्ते का रस निकालकर उसमें थोड़ा धागे वाली मिशरी मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से खूनी दस्त और खूनी बवासीर में भी आराम मिलता हैं। 
 
जले में आराम:-
 
आप अगर आग या केमिकल किसी प्रकार का जला हुआ हो, तो उसमे आम के कोमल पत्ते का रस निकालकर जले हुए में अच्छे से लगाते हैं, तो बहुत आराम मिलता हैं। 
 
पेट की समस्या:-
 
जिन लोगों का पेट भारीपन रहता हैं, पेट फुला रहता हैं, सीने में जलन रहता हैं और खट्टी डकार आती हैं, उन लोगों को आम के कोमल पत्ते का रस निकालकर इसका सेवन करते हैं, तो इन सारी समस्या से छुटकारा मिलता हैं और शरीर की गर्मी को कम करता हैं। 
 
 

आम के गुठली के फायदे

दस्त और डायरिया:-
 
आम के गुठली के अंदर जो बीज हैं, उसको सुखाकर उसका चूरन और बराबर मात्रा में बैल का चूरन मिलाकर रख लें। यह दिन 2-3 चम्मच लेने से, यह लूज मोशन और डायरिया में बहुत आराम देता हैं। 
 
सिर का जू:-
बच्चे और बड़े लोगों के सिर में जू होने वाले समस्या में आराम मिलता हैं। आम के गुठली का चूरन और उसमें थोड़ा निम्बू का रस मिलाकर पेस्ट बना लेना हैं और उसको बालों के जड़ों में लगाकर, उसे 30-40 मिनट के छोड़ दें, उसके बाद उसे धो ले। इससे जू की परेशानी से बहुत आराम मिलता हैं। 
 
दाँतो में होने वाले पायरिया:-
 
आम के गुठली के चूरन और आम के कुछ पत्ते को जलाकर, उसके राख को चूरन में मिला लेने से एक अच्छा दन्त मंजन बन जाता हैं। इसके इस्तेमाल से दाँतो से खून, दाँतो का पीलापन और साँस की बदबू जैसे समस्या को ठीक करता हैं। 
 
वजन कम करना:-
 
आम के गुठली के पाउडर को सेवन करने से, यह हमारे शरीर को शुद्धिकरण करता हैं और शरीर में जमा फेट को बाहर निकालता हैं, जो शरीर का थोड़ा वजन कम करने में मदद करता हैं। 
 
घबराहट होना:-
 
जिन लोगों को सीने में जलन, धड़कन तेज होना और जरा सी कोई बात में घबरा जाना, हर वक्त सोचते रहते हैं कि कुछ हो न जाएँ। वह लोग आम के गुठली के बीज के पाउडर के सेवन करने से बहुत लाभ मिलता हैं। 
 
खूनी बवासीर:-
 
जिन लोगों को खूनी बवासीर की समस्या हैं, वह लोग आम के गुठली के बीज के पाउडर का सेवन करने से उनके खूनी बवासीर और मस्से की समस्या को ठीक करता हैं। 
 
नकसीर (नाक से खून निकलना):-
 
जिन लोगों को नाक से खून निकलने की समस्या हो, जिसे हम नकसीर कहते हैं। उसमें आम के गुठली के बीज के पाउडर पानी के साथ सेवन करने से नकसीर जैसी समस्या से छुटकारा मिलता हैं। 
 
मूत्र से खून निकलना:-
 
जिन लोगों को मूत्र और शौचालय के साथ खून आती हैं, उन लोगों को आम के गुठली के बीज का चूरन का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं। 
 
बाल झड़ना:-
 
जिन लोगों का बाल बहुत झड़ते हैं, बाल समय से पहले सफेद होता हैं और बाल बहुत पतला हो गया हैं। वह लोग आम के गुठली के बीज के पाउडर को पानी में घोलकर बालों में लगाकर, उसको 30 मिनट तक छोड़ दें और उसके बाद बालों को अच्छे से धो लें उससे आपके बाल मुलायम, घना और कला हो जाता हैं और इन सारी समस्या से छुटकारा मिलता हैं। 
 
महिलाओं में मासिक धर्म में खून ज्यादा आना:-
 
जिन महिलाओं को मासिक धर्म किसी कारण से ज्यादा आती हैं, वह महिला आम के गुठली के बीज का पाउडर, गाय के दूध के साथ सुबह और शाम सेवन करने से बहुत लाभ आती हैं। 
 
 

आम का अनोखा पेड़

लखनऊ के मलिहाबाद में एक आम पेड़ में एक सीजन में 300 किस्म के आम उगते हैं। मलिहाबाद के आम देश नहीं विदेशों में भी महशूर हैं। जब लखनऊ के मलिहाबाद के आम का नाम आता हैं, तो याद आती हैं, मैंगो मैन (Mango Man) कहे जाने वाले पदमश्री से सम्मानित कलीमुल्ला खां अपने 5 एकड़ जमीन पर अलग-अलग आम का पैदावार करता हैं।
 
साल 1919 में अकेले मलिहाबाद में 1300 से अधिक आम के किस्म उगाएँ जाते थे, लेकिन समय के साथ इसकी संख्या कम होती गई, लेकिन अब उत्तर-प्रदेश में 700 किस्में पायी जाती हैं। कलीमुल्ला खां चाहते हैं, की आम की कई किस्में और उगाई जाए। कलीमुल्ला खां की एक खासियत हैं कि, जब कोई नई किस्म की आम उगाते हैं, तो उसका एक नया नाम देते हैं। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सम्मानित करते हुए, एक आम को नमो आम दिया। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर, एक आम को योगी आम दिया।
 

FAQ: आम से जुड़े पूछे गए सवाल और जबाब 

Q: क्या शुगर रोगी को आम खा सकते हैं ? 
ANS:- आम का ग्लिसेमिक इंडेक्स 50 से कम हैं। जिस मीठा फल का ग्लिसेमिक इंडेक्स 60 से नीचे होता हैं। वह मधुमेह रोगियों के उतना नुकसान नहीं करता हैं। मधुमेह रोगी 1 आम खा सकते हैं। ध्यान रखें की आम ज्यादा मीठा न हो। 
 
Q: क्या प्रग्नेंसी में आम खा सकते हैं ? 
ANS:- आम में आयरन के साथ-साथ कई ऐसे मल्टी-विटामिन और कार्बोहायड्रेट पोषक तत्व पाए जाते जो प्रेग्नेंसी महिला और बच्चे के विकास में काफी मदद करती हैं। एक दिन में एक आम से ज्यादा नहीं खाएँ। प्रेग्नेंसी महिला को कच्चे आम खाने का मन होता हैं। कच्चे आम अधिक मात्रा में खाने से पेट में दर्द हो सकती हैं। 
 
Q: आम में कौन-कौन सा विटामिन पाया जाता हैं ?
ANS:- आम में विटामिन A, C, E, K, B5, B6 पायें जाते हैं। 
 
Q. आम का मुरब्बा कब जाता हैं?
Ans:- आम का मुरब्बा कभी भी खा सकते हैं लेकिन आप सब चीजों के साथ नहीं खा सकते हैं। आम का मुरब्बा खाने में अच्छे सब्जी की कमी को पूरा करने के लिए खा सकते हैं। रोटी और चावल खाते समय आम का मुरब्बा अच्छे स्वाद के लिए खा सकते हैं। 
 
Q: आम के साथ या बाद में क्या खाएँ ?
ANS:- आम के साथ में या बाद में दूध और जामुन का सेवन कर सकते हैं। 
 
 
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