रोग-प्रतिरोधक क्षमता हमारे शरीर के वह सुरक्षा चक्र हैं जो बाहरी किसी इंस्फेक्शन, बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करता हैं।
कई ऐसे योग और प्राणायाम हैं जो हमारे रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं जैसे:- अंजनिआसन, परिवृत जानूशीर्षासन, अधोमुख श्रवानासन, बद्धकोणासन, तितली आसान, विपरीत करनी, कपालभाति प्राणायाम और अनुलोम विलोम।