सूर्य नमस्कार क्या हैं?

सूर्य नमस्कार एक प्राचीन योग क्रिया हैं। सूर्य नमस्कार एक मात्र ऐसा योग हैं, जिससे पुरे शरीर की कसरत हो जाती हैं।यह जिम का काम करता हैं।सभी आसनों में सूर्य नमस्कार सर्वश्रेठ माना जाता हैं।

सूर्य नमस्कार के फायदे

रोज सुबह सूर्य उदय के समय सूर्य नमस्कार करने से हम ऊर्जावान महसूस करते  हैं, इसके साथ-साथ वजन करना, तनाव, चिंता, त्वचा ग्लो, पाचन, अनिद्रा, खून  का दौरा, ब्लड-प्रेशर लेवल कंट्रोल, शरीर में लचीलापन जैसे कई और समस्याओं  में लाभ देता हैं।

रोज कितने सूर्य नमस्कार करना चाहिए?

अगर आप सूर्य नमस्कार अभी करना शुरू किये हैं तो शुरुआत में 3-4 से शरू करें, अधिक से अधिक 9-10 से ज्यादा सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए।

सूर्य नमस्कार के मंत्र

सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं। प्रत्येक आसन के अलग-अलग मंत्र होते हैं जैसे:- ॐ मित्राय नमः, ॐ रवये नमः, ॐ सूर्याय नमः, ॐ भानेव नमः, ॐ खगाय नमः, ॐ पूष्णे नमः, ॐ हिरण्यगभार्य नमः, ॐ मरीचये नमः, ॐ आदित्याय नमः, ॐ सवित्रे नमः, ॐ अकार्य नमः, और ॐ भास्कराय नमः

सूर्य नमस्कार 15 से 20 मिनट तक करना चाहिए।

सूर्य नमस्कार कितने मिनट तक करना चाहिए?

रोज कितने सूर्य नमस्कार करना चाहिए?

अगर आप सूर्य नमस्कार अभी करना शुरू किये हैं तो शुरुआत में 3-4 से शरू करें, अधिक से अधिक 9-10 से ज्यादा सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए।