कोल्ड ड्रिंक पीने से होने वाले दुष्प्रभाव | फायदे और नुकसान

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आज हम आपको इस पोस्ट में बता रहें हैं कि, कोल्ड ड्रींक जैसे कोका कोला, पेप्सी, स्प्राइट, थम्स अप पीने के क्या फायदे और नुकसान हैं। (Cold Drink Side Effects in Hindi) कोल्ड ड्रींक एक प्रकार का पेय हैं। कोल्ड ड्रिंक को सॉफ्ट ड्रिंक के नाम से भी जाना जाता हैं। कोल्ड ड्रींक के तासीर गर्म होती हैं।

जब कहीं पार्टी,सादी और जश्न का माहौल रहता हैं तो, हमारे दिमाग में कोल्ड ड्रींक का नाम सबसे पहले आता हैं और हम इसे बड़े चाह के साथ भी पीते हैं। कोई सोख या मन को शांत करने के लिए पीते हैं तो कोई पियास बुझाने के लिए।  पियास बुझाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प पानी हैं।

 

कोल्ड ड्रींक पियास बुझाने के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं हैं। कोल्ड ड्रींक के फायदे ना के बराबर हैं और नुकसान बहुत ज्यादा हैं।कोल्ड ड्रिंक (सॉफ्ट ड्रिंक) के नाम पर हमलोग कोका कोला, पेप्सी कोला, स्प्राइट, माउंटेन डिउ, सेवन अप और थम्स अप पीते हैं। हमलोग जो कोल्ड ड्रींक पीते वह सारा पैसा विदेश चला जाता हैं। 

कोल्ड ड्रींक का अलग-अलग नाम, अलग-अलग आकर, अलग-अलग बोतल और अलग-अलग दाम पर बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। यह स्वाद में मीठा और खरा होता हैं। कोल्ड ड्रींक बनाने वाली सारी कम्पनीयाँ विदेश की हैं। कोल्ड ड्रिंक हमारे शरीर की जरूरत की चीज नहीं हैं। कम्पनी को एक बोतल कोल्ड ड्रींक बनाने में लगभग 1 रुपया का लागत लगता हैं और कम्पनियाँ इसे 10 से 12 रुपया में बेचती हैं।

कोल्ड ड्रींक के बारे में गलतफेमियाँ 

लोगों को अक्सर लगता हैं कि, कोल्ड ड्रींक पीने के बाद जो ढकार आते हैं तो, उसे लगता हैं कि उनका गैस शरीर से बाहर निकल गया हैं, मजा आ गया अब अच्छा लग रहा हैं। (Misconceptions About Cold Drinks) लेकिन ये लोगों का गलतफेमियाँ हैं। ऐसा होता हैं कार्बोनेटेड वाटर के कारण, कोल्ड ड्रींक में कार्बन डाइऑक्साइड मिलाया जाता हैं, इसलिए जब हम कोल्ड ड्रींक पीते हैं तो वह ढकार और गैस के माध्यम से बाहर निकलता हैं। 

जैसा कि जब हम कोल्ड ड्रींक का बोतल खोलते हैं तो, खोलते ही वह झाक की तरह बाहर निकलने लगता हैं, ऐसा होता हैं कार्बन डाइऑक्साइड के कारण, कोल्ड ड्रींक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस मिलाया जाता हैं। पानी में कार्बन डाइऑक्साइड नहीं मिलाया जा सकता हैं, लेकिन जब ये कोल्ड ड्रींक वाले विदेशी कम्पनियाँ आएँ तो, ये कारनामा कर दिखाएँ। ये मशीनों के जरिये पानी में कार्बन डाइऑक्साइड मिलाया जिसे हम कार्बोनेटेड वाटर कहते हैं और ऐसे हम कोल्ड ड्रींक के रूप में पीते हैं।

कोल्ड ड्रींक पीने से हमारे शरीर में क्या होता हैं?

कोल्ड ड्रींक के 1 घंटे बाद हमारे शरीर में असर दिखाना शुरू करती हैं। खोज कर्ताओं से पता चला हैं कि, जब हम 350 ML कोल्ड ड्रींक पीते हैं तो तुरंत आपके शरीर में 10 चम्मच चीनी चली जाती हैं। यह चीनी की मात्रा आपके दिनभर के जरूरत के बराबर होती हैं। इतनी चीनी एक बार में लेने पर शरीर अक्सर उलटी कर देती हैं, लेकिन कोल्ड ड्रींक पीने से ऐसा कुछ भी नहीं होती हैं। इसकी एक वजह हैं और वह यह हैं कि कोल्ड ड्रींक में फॉस्फोरिक एसिड मिलाया जाता हैं जो कोल्ड ड्रींक के मिठास को कम कर देता हैं। 
 
कोल्ड ड्रींक पीने के 20 मिनट बाद हमारे शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा तेजी से बढ़ जाती हैं। शरीर में इंसुलिन का बहाव तेजी से होने लगता हैं और इसे नियंत्रण करने के लिए लीवर अतिरिक्त प्रयास करता हैं और ऐसा करने के लिए लीवर शरीर को फैट में बदलने लगता हैं। 
 
कोल्ड ड्रींक में कैफीन भी होता हैं। कोल्ड ड्रींक पीने के लगभग 40 मिनट बाद हमारे शरीर में कैफीन का असर दिखने लगता हैं। जिससे आँखों की पलक फैलने लगता हैं। आपकी नींद गायब हो जाती हैं और आलस दूर जाती हैं। इस समय ब्लड-प्रेशर भी बढ़ जाती हैं। इसे नियंत्रण करने के लिए लीवर शरीर में और शुगर छोड़ने लगता हैं।
 
कोल्ड ड्रींक पीने के 40 मिनट बाद शरीर में डोपामाइन नामक कैमिकल्स की मात्रा बढ़ने लगती हैं। डोपामाइन दिमाग को ख़ुशी देने वाली प्रक्रिया को चालू कर देती हैं, जिससे आपको अच्छा महसूस होता हैं। हेरोइन ड्रग्स भी इसी तरह काम करती हैं। 
 
कोल्ड ड्रींक पीने के लगभग 1 घंटे बाद कोल्ड ड्रींक में महजूद फॉस्फोरिक एसिड, कैल्शियम और ज़िंक जैसे पोषक तत्वों को शरीर के छोटी आंत में भेज देता हैं। जिससे आपको पेशाब के लिए जाना पड़ता हैं। इस तरह आपके शरीर कोल्ड ड्रींक के जरिये पहुँचा हुआ सारा पानी शरीर से बाहर निकल जाता हैं। 
 
कोल्ड ड्रींक में कैफीन और फॉस्फोरिक एसिड होने के कारण, कैल्शियम, मैग्नेशियम और ज़िंक जैसे पोषक तत्वों को आपके हड्डियों तक नहीं पहुँचा पाते हैं, जिसके कारण आपकी हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं। 1 घंटे बाद आपका शरीर थका हुआ महसूस करने लगता हैं और शरीर में महजूद पोषक तत्व बाहर निकल जाता हैं।  
 
आपके हड्डियों दाँतो को नुकसान पहुँचाता हैं और कोल्ड ड्रींक आपके शरीर के पानी को सोख लेता हैं। कोल्ड ड्रिंक शरीर को खोखला भी करता हैं। लोग कोल्ड ड्रींक का इस्तेमाल प्यास बुझाने के लिए करते हैं, सच तो यह हैं कि यह आपके प्यास को और बड़ा देती हैं। कोल्ड ड्रींक आपके शरीर के साथ-साथ धरती को भी सूखा रहा हैं। कोल्ड ड्रींक में 2.4 PH मान का एसिड होने के कारण यह शौचालय साफ करने के रूप में भी काम करता हैं। 
 
खोज के अनुसार कहा जाता हैं कि, आधा लीटर को कोल्ड ड्रींक के बोतल को तैयार करने में 35 लीटर पानी का इस्तेमाल किया जाता हैं। इसमें शुरुआत से लेकर दुकान तक का प्रक्रिया शामिल हैं। इन विदेशी कोल्ड ड्रींक कंपनियों की वजह से जमीन का ग्राउंड वाटर पानी तेजी से कम हो रहा हैं और नदी और कुएँ का पानी भी दूषित कर रहा हैं। 
 

 

कोल्ड ड्रींक में पाएँ जाने वाले तत्व 

  • कार्बन डाइऑक्साइड गैस 
  • फॉस्फोरिक एसिड
  • सोडियम 
  • कैफीन
  • चीनी 
  • केरेमल कलर 
  • सीट्रिक एसिड 
  • फ्रुक्टोज़ 
  • नेचुरल फ्लावर्स

कोल्ड ड्रींक पीने के फायदे 

कोल्ड ड्रींक पीने के कुछ खास फायदे नहीं हैं। 

  • कोल्ड ड्रींक में कैफीन होता हैं जो हमारे नर्वस सिस्टम को ठीक रखता हैं और लीवर में जमा फैटी एसिड को बनने से रोकता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक से आलस और नींद गायब हो जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक पीने से हमारा मूड फ्रेश रहता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक में सोडियम होता जो सोडियम की कमी के कारण होने वाले समस्या को रोकता हैं। गर्मी के दिनों में हमारे शरीर को सोडियम की जरूरत होती हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक में कार्बोनेटेड वाटर होता हैं जो पेट को ठीक रखने में मदद करता हैं। 
  • फर्श में लगे तेल के दाग को साफ करने में कोल्ड ड्रींक का इस्तेमाल कर सकते हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक के एसिड का Ph मान 2.4 होता हैं जो शौचालय साफ करने में भी करते हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक घर में रखें ज्वेलरी और पुराने सिक्के को साफ करने में मदद करता हैं। 
  • डोल्ड ड्रींक से आप जंक लगे कार के पुराने बैटरी को साफ करने में मदद करता हैं। इसके लिए आप जंक लगे जगहों पर थोड़ी-सी कोल्ड ड्रींक डाल कर छोड़ दे, उसके कुछ समय बाद पुराने दाँत वाले ब्रश से घीसकर जंक को अच्छे से साफ कर लें। उसके बाद बैटरी में लगें जंक को किसी कपड़े से साफ कर लें। 
  • कोल्ड ड्रींक से आप बर्तनों में चिकनाई और ग्रीस को भी साफ कर सकते हैं। इसके लिए आप चिकनाई और ग्रीस लगे बर्तनों में कोल्ड ड्रींक को भर लें, उसके बाद उसे कुछ देर गर्म करें जब हल्की-सी गर्म हो जाएँ तो उतार लें और उसे स्क्रब से साफ करें। इससे बहुत आसानी से बर्तनों में लगें चिकनाई निकल जायगा। 

कोल्ड ड्रींक पीने के नुकसान 

  • कोल्ड ड्रींक पीने वाले लोग उम्र से पहले बूढ़े हो जाते हैं। 
  • ज्यादा कोल्ड ड्रींक पीने वाले लोग दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा चिड़चिड़ा, गुस्सा और हिंसक होते हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक पीने के 20 मिनट बाद हमारे शरीर में शुगर लेवल तेजी से बढ़ने लगता हैं, अधिक कोल्ड ड्रींक के सेवन से हमें आगे चलकर दो तरह का मधुमेह रोग होने का खतरा बढ़ जाता हैं क्योंकि जब हम 350 ML का कोल्ड ड्रींक का एक बोतल पीते हैं तो, हमारे शरीर के अंदर लगभग 10 चम्मच चीनी चला जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक में एसिड होता हैं जो हमारे दाँतों को बहुत नुकसान और ख़राब करता हैं इसलिए अगर आप कोल्ड ड्रींक पीते हैं तो कोल्ड ड्रींक पीने के बाद पानी से मुँह को जरूर साफ करें। 
  • कोल्ड ड्रींक पीने के बाद हमारे शरीर में इन्सुलिन का बहाव तेज हो जाता हैं, जिससे मधुमेह रोग होने का खतरा बढ़ जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक के अधिक सेवन से आप मोटापा का शिकार हो जाते हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक को खराब होने से बचाने के लिए कोल्ड ड्रींक में पोटैशियम बेंजोएट केमिकल्स मिलाया जाता हैं जो, हमारे शरीर में बेंजीन बनाता हैं जो प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और पेनक्रियाज का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक में कैफीन और फॉस्फोरिक एसिड होने के कारण यह हमारे शरीर में कैल्शियम, मैंग्नीशियम और ज़िंक जैसे पोषक तत्वों की कमी हो जाती हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक पीने के कुछ समय बाद ही सारा पानी पेशाब के जरिये बाहर निकल जाता हैं और हमारा शरीर थका और पियास महसूस करता हैं। 
  • अधिक कोल्ड ड्रींक पीने वाले लोगों में हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता हैं, उन लोगों के मुकाबले जो लोग कोल्ड ड्रींक का कम सेवन करते हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक के अधिक सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती हैं, जिसके कारण हमारी हड्डियाँ भी कमजोर हो जाती हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक के अधिक सेवन से हमारा लीवर भी खराब होता हैं। 
  • जो लोग शराब में कोल्ड ड्रींक मिलाकर पीते हैं, उनका लीवर सोराइसिस होने का खतरा बढ़ जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे दिमाग को भी नुकसान पहुँचाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक पाने से गैस, एसिडिटी और अल्सर होने का खतरा बढ़ जाता हैं। 
  • अधिक कोल्ड ड्रींक पीने वाले लोगों का मन ज्यादा जंक फ़ास्ट-फ़ूड खाने का मन करता हैं, उनका ध्यान चावल, दाल और रोटी के तरह नहीं जाता हैं। 
  • कोल्ड ड्रींक पीने से पानी की अधिक मात्रा में बर्बादी और नदी, कुँए का पानी दूषित होता हैं।

कोल्ड ड्रींक के जगह क्या पीयें?

गर्मी के दिनों में पियास बुझाने के लिए 10 ऐसे नेचुरल ड्रींक के बारे में बता रहें हैं जो आप कोल्ड ड्रींक के जगह आप पी सकते हैं। ये सारे ड्रींक बाजार में मिल जाते हैं और आप इसे घर पर भी आसानी से बना सकते हैं। 
 
1. बेल सरबत:- बेल सरबत बाजार में गर्मी के दिनों में आसानी से मिल जाता हैं। आप बेल सरबत घर में भी आसानी से बना सकते हैं। पका बेल को पहले फाड़ लें, उसे किसी बर्तन में रखकर उसमें थोड़ा पानी रखकर उसमें थोड़ा पानी डालकर हाथों अच्छे से मिला लें। आप मिलाने के लिए मिक्सर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उसके बाद उसे किसी छननी से छानकर उसमें अपने जरूरत अनुसार और भी पानी मिला सकते हैं। उसके बाद उसमें सक्कर डालकर मीठा कर लें, उसके बाद पीयें। बेल के अनेकों फायदे हैं। 
 
2. जलजीरा सरबत:- जलजीरा सरबत भी गर्मी के दिनों में जरूर पीना चाहिए। खासकर जिन लोगों का पाचन-तंत्र कमजोर हैं, उनको जलजीरा सरबत बहुत फायदा देती हैं। जलजीरा सरबत बनाने के लिए मिक्सी में थोड़ा पुदीने का पत्ता डाल दें, उसके बाद उसमें एक-चोथाई भाग काला नमक, एक चोथाई सेंधा नमक, आधा चम्मच भुना हुआ जीरा, चुटकी भर काली मिर्च और हींग उसमें थोड़ा पानी डालकर मिक्सर चलाकर पेस्ट जैसा बना लें।अब एक बर्तन में दो गिलास पानी लें, उस पानी में मिठास के अनुसार सक्कर डाल लें और एक निम्बू निचोड़ ले उसे अच्छे से मिला लें। अब उसमें जलजीरा वाला पानी अच्छे से मिला लें। आपका जलजीरा सरबत तैयार हैं। 
 
3. सत्तू सरबत:- आप गर्मी के दिनों में कोल्ड ड्रिंक के जगह सत्तू सरबत का इस्तेमाल कर सकते हैं। सत्तू प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत हैं। आप बच्चों को हॉर्लिक्स, बोर्नबिटा के जगह सत्तू सरबत जरूर दें। यह बच्चो के सेहत के लिए और अच्छा होता हैं। चना को ही चक्की के द्वारा पीसकर सत्तू बनाया जाता हैं। 
 
सत्तू सरबत बनाने के लिए एक गिलास 4-5 चम्मच सत्तू डाल दें उसमें 250 ML पानी, उसमें थोड़ा-सा काला नमक और आधा निम्बू निचोड़ लें उसे अच्छे से मिला लें। आपका सत्तू सरबत तैयार हो गया। गर्मी के दिनों  जब आपको थकान, कमजोरी महसूस हो तो सत्तू सरबत जरूर पियें। सत्तू में बहुत ताकत होता हैं और यह त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता हैं। 
 
4. शिकंजी सरबत:- शिकंजी सरबत निम्बू पानी से ही तैयार किया जाता हैं। शिकंजी सरबत में अगर गोंद करीता डाल दें तो इनकी फायदा और बढ़ जाती हैं। शिकंजी पानी गर्मी के दिनों में ठेले वाले के पास आसानी से मिल जाते हैं। शिकंजी सरबत आप भर पर भी बना सकते हैं। 
 
एक गिलास में 200 से 250 ML पानी लेलें, इसमें 2 चम्मच मिश्री, एक निम्बू का रस, चुटकी भर काली मिर्च और काला नमक अब उसमें 2 चम्मच गोंद का कतीरा डालकर अच्छे से मिलाकर लें। अब आप इस शिकंजी सरबत का सेवन कर सकते हैं। गोंद कतीरा गर्मी के दिनों में लू से बचाता हैं और शरीर में कमजोरी नहीं आने देती हैं। 
  
5. कच्ची लस्सी:- गर्मी के दिनों में कच्ची लस्सी फ्रेश कर देती हैं। इस लस्सी में दही के जगह दूध का इस्तेमाल किया जाता हैं। कच्ची लस्सी पंजाब में ज्यादा महशूर हैं। कच्ची लस्सी घर में बनाने के लिए एक गिलास 20 से 25 ML दूध लें, उसमें एक चम्मच मिश्री पाउडर डाल दें और बाकी खाली गिलास को पानी से भर दें। अब आपका कच्ची लस्सी तैयार हैं। आप देखते हैं कि गर्मी के दिनों में सरदार लोग लस्सी जो पिलाते हैं वह कच्ची लस्सी होता हैं। 
 
6. खीरा सरबत:- गर्मी के दिनों में आपके शरीर को ठंड रखने के लिए खीरा सरबत बहुत अच्छा होता हैं। खीरा सरबत घर में बनाने के लिए, एक खीरा को बिना छिलके उतारे मिक्सी में डाल दें, क्योंकि छिलके में बहुत से पोषक तत्व होते हैं। अब उसमें एक निम्बू का रस और थोड़ा-सा काला नमक और जीरा पाउडर डाल दें, इसके बाद 150 ML पानी डालकर मिक्सी को चला लें। अब आपका खीरा सरबत तैयार हैं। इसे छानकर भी पी सकते हैं, लेकिन अगर पूरा पोषक तत्व लेना हैं तो बिना छाने पियें। खीरा सरबत मोटापा को भी कम करता हैं। 
 
7. तरबूज सरबत:- गर्मी के दिनों में तरबूज सरबत शरीर को तुरंत ठंडा देती हैं और इसका स्वाद भी बहुत अच्छा होता हैं। तरबूज सरबत बनाने के लिए मक्सी में तरबूज डाल दें, बीज निकालने की कोई जरूरत नहीं हैं। इसके बाद मिक्सी को चला लें, आप का तरबूज सरबत तैयार हैं। 
 
8. नारियल पानी:- गर्मी के दिनों में कोल्ड ड्रींक के जगह में नारियल पानी एक अच्छा पेय हैं। नारियल पानी पियास के साथ-साथ कई स्वास्थ लाभ भी देती हैं। डेंगू बुखार में डॉक्टर नारियल पानी पीने की सलाह देती हैं। नारियल पानी शहरों में आसानी से उपलब्ध मिल जाता हैं। एक नारियल पानी का कीमत 50 से 60 रुपया होता हैं। 
 
9. फल जूस:- कोल्ड ड्रींक के जगह में आप ताजे फल के जूस का सेवन करें। कुदरत ने हमें कई प्रकार के मीठे, अच्छे स्वाद और रस भरें फल दिये हैं। आप इनका जूस घर पर मिक्सी और जूसर मशीन के द्वारा आसानी से निकाल सकते हैं या फिर बाजार में आसानी से मिल जाता हैं। फलों में आप अनार, संतरा, मोस्समी, केला, आम, और गाजर के जूस के सेवन कर सकते हैं। 
 
10. गन्ने का जूस:- गर्मी के दिनों में कोल्ड ड्रींक के जगह आप गन्ने के जूस का सेवन कर सकते हैं। गन्ने का जूस पियास बुझाने के साथ-साथ तुरंत एनर्जी देने का काम करता हैं। गन्ने का जूस ठंडा होता हैं और कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत हैं। गन्ने का जूस का सेवन हमलोग पीलिया रोग होने पर ज्यादा करते हैं। यह पीलिया रोग में बहुत लाभ देती हैं। लगातार हर मौसम में गन्ने के जूस पीने वाले लोगों को पीलिया रोग कभी-भी नहीं होती हैं।
 

 

FAQ. (कोल्ड ड्रींक पीने से जुड़े सवाल और जबाब)

Q. सॉफ्ट ड्रिंक क्या होता हैं?
Ans:- कोल्ड ड्रिंक को ही सॉफ्ट ड्रिंक कहा जाता हैं। सॉफ्ट ड्रिंक में कोका कोला, पेप्सी कोका, थम्स अप, स्प्राइट, सेवन अप, माउंटेन डीयू और फंटा ये सारे सॉफ्ट ड्रिंक के अंतर्गत आते हैं। 
 
Q. क्या कोल्ड ड्रिंक हमारे शरीर को जरूरत हैं?
Ans:- नहीं हमारे शरीर को किसी भी प्रकार के कोल्ड ड्रिंक की जरूरत नहीं हैं। ये हमें फायदे के जगह नुकसान ही देता हैं। 
 
Q. क्या गर्भवती महिला कोल्ड ड्रिंक पी सकती हैं?
Ans:- नहीं गर्भवती महिला कोल्ड ड्रिंक नहीं पी सकती हैं, इसमें एसिड होता हैं जो माँ और बच्चे दोनों को नुकसान करता हैं। 
 
Q. कोल्ड ड्रिंक में क्या-क्या मिलाया जाता हैं?
Ans:- कोल्ड ड्रिंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस, फॉस्फोरिक एसिड, सोडियम, कैफीन, चीनी, केरेमल कलर, सीट्रिक एसिड, फ्रुक्टोज़ और नेचुरल फ्लावर्स मिलाया जाता हैं।
 
Q. खाली पेट कोल्ड ड्रिंक पीने से क्या होता हैं?
Ans:- खाली पेट कोल्ड ड्रिंक पीने से गैस, एसिडिटी और आँतों को नुकसान करता हैं। खाली पेट कोल्ड ड्रिंक पीने से पेशाब भी तुरंत-तुरंत जाना पड़ता हैं। 
 
Q. कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं 

Ans:- कोल्ड ड्रिंक नहीं पीना चाहिए। 

Q. क्या कोल्ड ड्रिंक में सेनिटाइज़र हो सकता हैं?

Ans:- नहीं कोल्ड ड्रिंक में सेनिटाइज़र नहीं होता हैं। कोल्ड ड्रिंक में एसिड मिलाया जाता हैं।

 
 
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