मूँगफली खाने के सभी फायदे और नुकसान | मूँगफली के पोषक-तत्व

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इस पोस्ट में हम आपको बता रहें हैं कि, मूँगफली खाने के फायदे और नुकसान। (Peanut Benefits and Side Effects in Hindi) मूँगफली पूरी दुनिया में आसानी से उपलब्ध है, सस्ता होने के कारण इसे बहुत लोग खाते हैं। मूँगफली का मेडिकल नाम अरचीस ह्य्पोगाई  (Arachis Hypogaea) हैं और इसे अंग्रेजी में पीनट्स (Peanuts) के नाम से जाना जाता हैं। मूँगफली की तासीर गर्म होती हैं।
 
बसों और ट्रैन में बेचने वाले इसे टाइम पास भी बोलते हैं। इसे सर्दियों और गर्मी दोनों मौसम में खाया जाता हैं। मूँगफली को गरीबों का बादाम भी कहा जाता हैं। इसमें पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। इसमें अंडे, मांस और दूध के मुकाबले 7 गुना ज्यादा प्रोटीन होती हैं। 
 
मूँगफली में तीन भाग होता हैं। मूँगफली के ऊपर दोनों खोल और लाल छिलका को उतारकर खाया जाता हैं। मूँगफली को दो प्रकार से खाते हैं, एक भुजा हुआ और दूसरा कच्चा पानी में भीगा कर। यह स्वाद में थोड़ा मीठा  होता हैं। मूँगफली तिलहन फसल रूप में जाना जाता हैं। मूँगफली का फसल जून-जुलाई महीने में लगाई जाती हैं। इसे फल के रूप में मिट्टी के नीचे बोया जाता हैं।
 
 
कहा जाता हैं कि, मूँगफली का पौधा दक्षिण अमरीका में ब्राजील या पेरू में उत्पन्न हुआ था। मूँगफली का सबसे पहले उत्पादन दक्षिण अमेरिका में 1800 दशक में किया गया था। दक्षिण अमरीका मूँगफली उत्पादन का कुल  50% का मूँगफली के मक्खन के रूप में खाते हैं। मूँगफली उत्पादन सबसे ज्यादा चीन होता हैं। दूसरे नंबर पर  भारत, तीसरे नंबर पर नाइजीरिया, चौथे नंबर पर सूडान, पांचवें नंबर पर अमेरिका में होता हैं।

मूँगफली में पाएँ जाने वाले पोषक तत्व

100 ग्राम कच्चा के पोषक तत्व
  • कैलोरीज: 567 
  • कार्बोहायड्रेट: 16 ग्राम 
  • फाइबर: 8.5 ग्राम
  • वसा: 4.5 ग्राम 
  • प्रोटीन: 25.8 ग्राम
  • चीनी: 4.7 ग्राम
  • पानी: 7 ग्राम

  • सैचुरेटेड वसा: 6.28 ग्राम 
  • मोनोअनसैचुरेटेड वसा: 24.43 ग्राम 
  • पॉलीअनसेचुरेटेड वसा: 15.56 ग्राम 
  • ओमेगा-3: 0 ग्राम 
  • ओमेगा-6: 15.56 ग्राम 
  • ट्रांस: 0 ग्राम 

  • कैल्शियम: 92 मिलीग्राम (MG)
  • मैग्नीशियम: 168 मिलीग्राम 
  • पौटेशियम: 705 मिलीग्राम 
  • फॉस्फोरस: 376 मिलीग्राम 
  • सोडियम: 18 मिलीग्राम 
  • आयरन: 4.58 मिलीग्राम 
  •  ज़िंक: 3.27 मिलीग्राम 

  • विटामिन B-6 (प्यरीडॉक्सीने): 0.35 मिलीग्राम (MG)
  • विटामिन B-3 (नियासिन): 12.07 मिलीग्राम 
  • विटामिन B-1 (थिअमीने): 0,64 मिलीग्राम 
  • विटामिन B-2 (राइबोफ्लेविन): 0.14 मिलीग्राम 
  • विटामिन E (अल्फा-टोकोफ़ेरॉल): 8.33 मिलीग्राम 
  • विटामिन B-9 (फोलेट): 240 माइक्रोग्राम (MCG)

मूँगफली खाने के फायदे (Benefits of Peanuts in Hindi)

ताकत बढ़ाना:-
 
मूँगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, मिनिरल्स और कई ऐसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो शरीर में ताकत बढ़ाने का काम करता हैं। जो लोग कमजोरी महसूस करते हैं या जिन लोगों के शरीर में कमजोरी हैं, वह लोग मूँगफली का सेवन पानी में भीगा कर या भुजा हुआ मूँगफली का भी सेवन कर सकते हैं। कच्चा मूँगफली के मुकाबले, भुजा मूँगफली काम फायदे देती हैं। 
 
पुरुषों में मर्दाना ताकत बढ़ाना:- 
 
मूँगफली में कई ऐसे विटामिन, मिनिरल्स, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाये जो, पुरुषों में मर्दाना ताकत को बढ़ाती हैं। जिन पुरुषों के शरीर में शुक्र धातु, मर्दाना कमजोरी और वीर्य का पतलापन जैसी समस्या हैं, उनको मूँगफली का सेवन जरूर करना चाहिए। मूँगफली के नियमित सेवन से इन सारी समस्याओं में आराम मिलती हैं। 
 
त्वचा के लिए अच्छा:-
 
मूँगफली में पाएँ जाने वाले पोषक तत्व त्वचा के लिए अच्छा होता हैं। मूँगफली में प्रोटीन, विटामिन, मिनिरल्स और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रोग से बचाता हैं। मूँगफली के नियमित सेवन से त्वचा में होने वाले दाग-धब्बे, पिम्पल्स और कालापन होने वाले समस्या को कम करता हैं। चेहरे में चमक बना रहता हैं और त्वचा लम्बे समय तक जवान दिखती हैं। मूँगफली के लेप चेहरे में लगाने से त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता हैं। 
 
दिमाग को तेज करना:-
 
मूँगफली में विटामिन B1 2 3 6 9, E, प्रोटीन और कार्बोहायड्रेट पोषक तत्व होता हैं, जो दिमाग के विकास के लिए अच्छा होता हैं। जिन बच्चों का दिमाग पढ़ने में कमजोर होता हैं, उनको मूँगफली का नियमित सेवन करना चाहिए। वह लोग जिन्हें भूलने की समस्या हो, कुछ रखकर भूल जाते हैं। उन लोगों को मूँगफली का सेवन जरूर करना चाहिए। 
 
कैंसर खतरा कम करना:- 
 
खोजकर्ताओं से पता चला हैं कि, कच्चा या भुजा और मूँगफली के मक्खन खाने से पेट के आँतों का कैंसर (कोलन कैंसर) होने के खतरा को कम करता हैं। मूँगफली में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पोषक पाएँ जाते हैं, जो कैंसर सेल को बनने रोकता हैं। 
 
सूजन होने से रोकना:-
 
मूँगफली में फाइबर और कार्बोहायड्रेट के साथ-साथ कई पोषक पाएँ जाता हैं जो, शरीर में होने वाले सूजन के खतरे से बचाता हैं। मूँगफली के नियमित सेवन से सूजन के कारण होने वाले समस्या से छुटकारा मिलता हैं और होने वाले सूजन को कम करता हैं। 
 
वजन नियंत्रण करना:-
 
जिन लोगों को अपना वजन नियंत्रण में रखना हैं, वह लोग मूँगफली को नमक के साथ नहीं खाएँ और खाना और नास्ता करने के पहले खाएँ। वजन को नियंत्रण रखने के लिए मूँगफली रात में नहीं खाएँ। मूँगफली में फाइबर होने के कारण, यह वजन कम करने में भी मदद करता हैं। 
 
वजन बढ़ाने में मदद:-
 
मूँगफली में भरपूर मात्रा में वसा और कैलरीज पाएँ जाने के कारण, यह वजन बढ़ाने में बहुत मदद करता हैं, लेकिन मूँगफली को नमक के साथ खाएँ। जो लोग दुबले-पतले हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं। वह लोग मूँगफली का सेवन जरूर करें। वजन बढ़ाने में मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) काफी मदद करता हैं। 
 
डिप्रेशन में लाभ:-
 
मूँगफली में ट्रीफ्टोफेन नाम का पोषक तत्व पाया जाता हैं, जो डिप्रेशन के रोगोयों में बहुत फायदेमंद देती हैं। डिप्रेशन के रोगियों को नियमित रूप से मूँगफली का सेवन करना चाहिए। मूँगफली में बहुत से पोषक तत्व पाएँ जाते जो, अनेक स्वास्थ लाभ देती हैं। 
 
कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करना:-
 
मूँगफली में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं, जो हमारे शरीर से ख़राब कोलेस्ट्रॉल लेवल LDL और BLD को कम कर, अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल HDL को बढ़ाता हैं। मूँगफली के लगातार सेवन से बढ़े ख़राब कोलेस्टॉल को ठीक करता हैं और इससे होने वाले समस्या से आराम मिलता हैं। 
 
बच्चों को मूँगफली का सेवन:-
 
मूँगफली में कई ऐसे विटामिन, मिनिरल्स, प्रोटीन, कैलरीज और कार्बोहायड्रेट पोषक तत्व पाएँ जाते हैं, जो बच्चों का दिमाग तेज और वजन बढ़ाने में काफी मदद करती हैं। ऐसे बच्चें जिनका दिमाग कमजोर और बहुत पतले-दुबले हैं, उनको मूँगफली का सेवन जरूर करना चाहिए। 
 
मधुमेह में लाभकारी:-
 
मूँगफली में भरपूर मात्रा में फाइबर पाएँ जाने के कारण, यह मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं। मूँगफली स्वाद में मीठा होने के बाद भी इससे शुगर लेवल नहीं बढ़ता हैं। मूँगफली का ग्लिसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) 50 से कम होता हैं, इसलिए मूँगफली के सेवन से शुगर लेवल नहीं बढ़ता। जिस फल का ग्लिसेमिक इंडेक्स 60 से निचे होता हैं, उनको खाने से शुगर लेवल नहीं बढ़ता हैं। 
 
कब्ज में राहत:-
 
मूँगफली में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं, जो कब्ज को दूर करता हैं। मूँगफली के लगातार सेवन से कब्ज से होने वाले परेशानी से बचाता हैं और कब्ज के कारण पेट में जितनी भी समस्या होती हैं:- गैस, एसिडिटी और पेट फूलना जैसी समस्या को दूर करता हैं। 
 
ब्लड-प्रेशर को नियंत्रण करना:-
 
जिन लोगों का ब्लड-प्रेशर अधिक हैं, जो लोग किसी बात को लेकर ज्यादा गुस्सा, चिड़चिड़ा हो जाता हैं और छोटी-सी बात को लेकर घबरा जाना इन सारी समस्या में मूँगफली खाना बहुत फायदेमंद होता हैं। मूँगफली में पौटेशियम पाया जाता हैं जो, ब्लड-प्रेशर को नियंत्रण करने में मदद करता हैं। 
 
बाल झड़ने की समस्या:-
 
मूँगफली में प्रोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाएँ जाते हैं जो, बाल झड़ने, बाल सफेद होने, गंजापन की समस्याओं में लाभकारी होता हैं। मूँगफली के लगातार सेवन से बालों में होने वाले इन सारी समस्याओं से आराम मिलता हैं। 
 
पित्त की थैली में पथरी:-
 
मूँगफली में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो, पित्त की थैली में होने वाले पथरी की समस्या को रोकता हैं और होने वाले पथरी की समस्या में आराम मिलता हैं। 
 
वात-पित्त-कफ में मूँगफली का सेवन:-
 
वात:- वात प्रकृति के लोग जिन्हें जोड़ों में, घुटनों में, शरीर में दर्द होना वात का लक्षण हैं। वह लोग कच्चा मूँगफली का सेवन सुबह खाली पेट 20 से 25 ग्राम की मात्रा में छिलका निकालकर खाएँ। 
कफ:- कफ प्रकृति के लोग, जिन्हें अक्सर सर्दी-जुकाम से परेशान करते हैं, वह लोग सुबह खाली पेट मूँगफली शहद और गुड़ के साथ खाएँ। 
पित्त:- ज्यादा गैस और एसिडिटी बनना पित्त की बीमारी हैं। जो लोग पित्त प्रकृति के हैं, वह लोग रात में मूँगफली को भिगाकर उसे सुबह खाली पेट चबा-चबाकर खाएँ। 20 से 25 ग्राम से ज्यादा नहीं खाएँ।

कब, कितना और कैसे खाएँ

कब:- मूँगफली के सेवन आप 12 महीनें कर सकते हैं, सर्दी और गर्मी दोनों मौसम में। सर्दियों में हम इसका सेवन अधिक करते हैं, क्योंकि इसका तासीर गर्म होता हैं। गर्मियों में इसका सेवन कम मात्रा में किया जाता हैं मूँगफली का सेवन आप कभी भी कर सकते हैं, सुबह से लेकर शाम तक। खाली पेट, खाना खाने के पहले और खाना खाने के बाद भी खा सकते हैं। 
 
कितना:- एक दिन में मूँगफली का सेवन 100 ग्राम से कम ही करना चाहिए। एक बार में 25 से 30 ग्राम ही मूँगफली खाना चाहिए। एक मुट्ठी के बराबर ही एक बार में खाएँ। 
 
कैसे:- मूँगफली खाने के कई तरीके। मूँगफली को पानी में भिगों कर सुबह खाते हैं। मूँगफली को कच्चा और भूंजा हुआ भी खाते हैं। मूँगफली को और कई रूप में सेवन करते हैं। मूँगफली को चट्नी में डालकर, मूँगफली के मक्खन, मूँगफली के चक्की और मूँगफली के तेल भी खाया जाता हैं। मूँगफली खाते समय, मूँगफली को कभी मुँह से खोलकर नहीं खाएँ। मूँगफली हमेशा हाथ से फोड़कर ही खाएँ। मूँगफली खाते समय उनका खोल और लाल छिलका निकालकर ही खाएँ, कई बार उनका लाल छिलका ऊपर तलवा और गले में चिपक जाता हैं।

मूँगफली खाने के नुकसान

  • दिल के रोगियों को मूँगफली का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योकि 100 ग्राम मूँगफली में 40 से 45 ग्राम तेल होता हैं और अधिक तेल का सेवन करना दिल के लिए नुकसान करता हैं। दिल के रोगियों को सब्जी के अतिरिक्त तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। मूँगफली में अगर तेल की मात्रा नहीं होता तो, मूँगफली खा सकते हैं। 
  • जो लोग पित्त प्रकृति के हैं, वह लोग भी मूँगफली का सेवन ना के बराबर करें। भीगी हुई मूँगफली का सेवन कम मात्रा में कर सकते हैं। 
  • जिन लोगों का ब्लड-प्रेशर कम रहता हैं, उन लोगों को मूँगफली का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि मूँगफली में पोटैशियम पाया जाता हैं, जो ब्लड-प्रेशर को कम करता हैं। 
  • जिन लोगों को किसी तरह का बवासीर और भगन्दर की परेशानी हैं, वह लोग भी मूँगफली का सेवन नहीं करें। 
  • मूँगफली खाने के 40 मिनट पहले और 40 मिनट बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए। ऐसा करने से आपको सर्दी-खाँसी जैसी समस्या हो सकती हैं। 
  • मूँगफली के अधिक सेवन से पाचन संबंधित समस्या हो सकती हैं। 
  • मूँगफली के सेवन से शरीर में हरारत भी होती हैं। 
  • मूँगफली खाने से एलर्जी होती हैं। जिस किसी को किसी तरह का एलर्जी हैं, वह लोग मूँगफली का सेवन नहीं करें। मूँगफली में ऐसे तत्व पाये जाते हैं, जो एलर्जी को बढ़ाती हैं।

मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) के फायदे

  • मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) में वह सारे गुण पाये जाते हैं जो, कच्चा मूँगफली और भुजा मूँगफली में पाये जाता हैं। 
  • मूँगफली के मुकाबले मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) खाने में ज्यादा स्वाद होता हैं। 
  • वजन बढ़ाने में मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) बहुत लाभकारी होता हैं। 
  • जिम करने वाले लोग अपना मसल्स और ताकत बढ़ाने के लिए, मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) करते हैं। मूँगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता हैं। 
  • मधुमेह रोगियों के लिए मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) का सेवन करना कोई नुकसान नहीं करता हैं, क्योकि मूँगफली का ग्लिसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) कम होता हैं। 
  • मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) आप घर पर भी बना सकते हैं या फिर बाजार से अच्छे ब्रैंड का लेकर आ सकते हैं। 
  • जिस मूँगफली के मक्खन में हाइड्रोजनेटेड तेल (Hydrogenated Oil) की मात्रा नहीं हो, वही मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) लें। 
  • मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) जब भी लें, अच्छे कम्पनी का लें। लॉव क्वालिटी का कभी न लें। 
  • मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) एक दिन में दो बार सुबह नास्ते में ब्राउन ब्रेड और शाम को भी ब्रेड के साथ लें सकते हैं। 
  • मूँगफली को ही पिन कर मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) बनाया जाता हैं।

मूँगफली के तेल के फायदे 

  • मूँगफली के तेल में भी वह सारे गुण पाये जाते हैं जो, एक मूँगफली और मूँगफली के मक्खन में पाये जाते हैं। 
  • मूँगफली के तेल कोलेस्ट्रॉल फ्री होता हैं। जिन लोगों का कोलेस्टॉल लेवल बढ़ा हुआ हैं, उन लोगों को मूँगफली के तेल से खाना पकाना चाहिए। वह ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करता हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता हैं। 
  • मूँगफली का तेल त्वचा और बालों के डेंड्रफ में बहुत लाभकारी होता हैं। मूँगफली के तेल में थोड़ा निम्बू का रस मिलाकर त्वचा और बालों में लगाने से इन दोनों समस्या से आराम मिलता हैं। 
  • मूँगफली के तेल से मालिस करने से थकान और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता हैं। 
  • मूँगफली के तेल सेवन करने से ब्रैन का पॉवर बढ़ाता हैं। 
  • मूँगफली के तेल का रंग पीला होता हैं। 

 

FAQ (मूँगफली से जुड़े सवाल और जबाब)

Q.मूँगफली में कौन-सा विटामिन पाया जाता हैं?
ANS:- मूँगफली में विटामिन E, B1, B2, B3, B6, B9 पाया जाता हैं। 
 
Q.भीगी हुई मूँगफली खाने से क्या होता हैं?
ANS:- भीगी हुई मूँगफली खाने से शरीर में ताकत, वीर्य, मसल्स, वजन बढ़ता हैं। भुजा हुआ मूँगफली और मूँगफली के मक्खन (Peanuts Butter) के मुकाबले, भीगी मूँगफली ज्यादा फायदा देती हैं। 
 
Q.मूँगफली का भाव क्या हैं?
ANS:- 1 किलों मूँगफली का भाव 150 से लेकर 200 रुपया तक। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग कीमत में मिलता हैं, ज्यादा जगहों में 150 से 200 रुपया किलों ही मिलता हैं।
 
 
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