इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की प्याज के फायदे और नुकसान। (onion benefits and side effects in hindi) प्याज के मेडिकल नाम अल्लीयम सेपा (Allium Cepa) हैं। हमलोग प्याज तीन तरह के देखते हैं, लाल, हरा और सफेद। इन तीनों में सफेद वाला प्याज सबसे ज्यादा गुणकारी होता है। प्याज की तासीर ठंडी होती हैं, इसलिए इसका ज्यादातर सेवन गर्मीयों में किया जाता हैं।
प्याज का सेवन सर्दीयों में भी कर सकते हैं, मात्रा के अनुसार। कच्चे प्याज में बहुत सारे गुण पाए जाते हैं। पकाने के बाद इसके बहुत सारे गुण कम हो जाते हैं। इनका अनेक नाम हैं, जैसे:- पयाज, प्याज और कांदा देश के अनेक राज्यों में अलग-अलग नाम से पुकारा जाता हैं।
इनका खेती पुरे भारत में गुजरात, महारास्ट्र, उत्तर-प्रदेश, पक्षिम बंगाल और दक्षिण भारत की जाती हैं। प्याज काटते समय आँखों में जलन का होना और आँखों से आँसू आना, इसका प्रमुख कारण इसमें एलिसिन नाम का सल्फर पाया जाता है। प्याज खाने के बाद मुँह से आने वाले बदबू से हम परेशान रहते हैं। प्याज काटने के उसे 1-2 घंटे तक पानी में डूबाकर छोड़ देते हैं, तो बदबू काफी कम हो जाती हैं।
प्याज के फायदे (Benefits of Onion in Hindi)
वात, पित्त और कफ के लिए अच्छा:-
कच्चा प्याज खाने से हमारे शरीर के अंदर का पित्त को शांत रखता है। प्याज पित्त से होने वाले सभी रोगों को दूर दूर रखता है। प्याज वात-दोष को ख़त्म को करता हैं। वात-दोष (वायु-दोष) से होने वाले समस्या से बचाता हैं। शरीर के जोड़ों, घुटनों और कमर में दर्द होना वात-दोष का लक्षण हैं। प्याज के सेवन से शरीर में जमे कफ को भी ख़त्म करता हैं।
लू का लगना:-
गर्मी के दिनों में ज्यादा बाहर काम करने से हमें लू लगने की संभावना बढ़ जाती हैं। कच्चा प्याज के सेवन से गर्मी के दिनों में लू लगने से बचाता हैं। सूर्य के बुरा प्रभाव से बचाता हैं। सफेद वाला प्याज के सेवन ज्यादा करने का कोशिश करें।
नकसीर (नाक से खून आना):-
गर्मी के मौसम में अगर नाक या शरीर के किसी अंग से खून निकलने की समस्या हो, तो इसके लिए प्याज खाना बहुत फायदेमंद करता है।
कब्ज से राहत:-
प्याज में अत्यधिक मात्रा में फाइबर पाए जाने के कारण, यह कब्ज में बहुत फायदेमंद होता हैं। अगर आप रात को कच्चा प्याज खाते हैं, तो इससे आपको कब्ज से राहत मिलती है। प्याज के नियमित रूप से सेवन से पुराने-से-पुराने कब्ज को बाहर निकालता हैं।जिससे कब्ज से होने वाले परेशानी से राहत मिलती हैं। प्याज खाना पचाने में मदद करता है।
शरीर में अच्छे बैक्टीरिया:-
इसमें इनुलिन नाम का फाइबर होता है, जो हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को जन्म देता है, जैसे- विटामिन B कॉम्प्लेक्स और B 12 को बनाता है।
हड्डी को मजबूत करने में:-
प्याज में कैल्शियम कम मात्रा में पाया जाता हैं। प्याज में कैल्शियम पाए जाने के कारण, यह हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता हैं। कैल्शियम की कमी से होने वाले समस्या से भी आराम देता हैं।
बुढापे को रोकना:-
इसमें क्वेरसेटिन नामक एंटी ऑक्सीन्स होता है, जो हमारे शरीर की बढ़ती उम्र को रोकता है। यह दिल और शुगर में भी फायदेमंदकरता है और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।
त्वचा में लाभदायक:-
प्याज त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है, इसमें विटामिन सी, विटामिन बी12 और एलिसिन होता है, जो हमारी त्वचा को इंफेक्शन, पिंपल्स और दाग-धब्बे से बचाता है। त्वचा में चमक बना रहता हैं और त्वचा लम्बे समय तक जवान दिखती हैं।
यूरिन इंस्फेक्सन:-
कच्चा प्याज के लगातार सेवन से पेशाब की समस्या जैसे, पेशाब में जलन, इंस्फेक्सन, रुक-रुक कर आना और कम आना जैसी समस्या को ठीक करता हैं। प्याज में अधिक मात्रा में पानी पाया जाता हैं, इसके कारण पेशाब खूलकर आती हैं।
कैंसर सेल को रोकना:-
प्याज में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर पाए जाने के कारण, यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बनने से भी रोकता है। प्याज के लगातार सेवन से, ये हमें कई तरह के कैंसर से बचाता हैं और कैंसर होने संभावना को रोक देता हैं।
नींद नहीं आने की समस्या:-
प्याज और टमाटर को मिलाकर जरूर खाना चाहिए, टमाटर में लाइकोपीन एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो प्याज लाइकोपीन को ग्रहण करने में मदद करता हैं। जिन लोगों को कम नींद आती है, उन्हें प्याज खाने से नींद आने में मदद करती है।
दिल ( Heart) के लिए अच्छा:-
प्याज में फाइबर और कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर उच्च रक्त-चाप को नियंत्रित करता हैं। रक्त का थक्का जमने नहीं देता हैं। जिससे जुड़े होने वाले समस्या से बचाता हैं। प्याज के नियमित रूप से सेवन से दिल से जुड़े समस्या जैसे:- किसी बात लेकर घबराहट, दिल का धड़कन तेज जो जाना और चिड़चिड़ा होना जैसी समस्या से बचाता हैं।
पीलिया ( Joundice):-
प्याज तासीर में ठंडा और प्याज में पानी की मात्रा अधिक होने के कारण, यह पीलिया जैसे रोगों में भी बहुत लाभकारी होता हैं। प्याज को सलाद और जूस के रूप में सेवन से यह शरीर से पीलापन को पेशाब के रास्ते बाहर निकालता हैं। प्याज के नियमित रूप से सेवन करने से होने वाले पीलिया रोग छूटकारा मिलता हैं।
फंगस से बचाव:-
प्याज में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो, त्वचा में होने वाले फंगस इंस्फेक्शन जैसे:- दाग-खाद-खुजली से बचाता हैं। प्याज के नियमित रूप-से सेवन करने से शरीर में होने वाले फंगस से बचाता हैं।
प्याज में पाए जाने वाले पोषक तत्व
Table of Contents
- कैलरीज 40 (100 ग्राम)
- पानी 89%
- वसा
- फाइबर
- एंटीऑक्सिडेंट
- कार्बोहायड्रेट
- कैल्शियम
- सल्फर
- प्रोटीन
- विटामिन C
- विटामिन B12
- विटामिन B6
- पोटेशियम
- मैंगनीज
प्याज से घरेलू उपचार
अगर आप बिना ऑपरेशन के मोतियाबिंद को ठीक करना चाहते हैं, तो एक बर्तन में एक चम्मच सफेद प्याज के रस, एक चम्मच नींबू का रस, तीन चम्मच शहद और एक चम्मच गुलाब जल मिलाकर सोते समय इसको एक बूंद आँख में डालें। ऐसा करने से ये आपकी आँखों का मोतियाबिंद पूरी तरह से ठीक कर देंगे।
मोतियाबिंद को ठीक करने का एक और घरेलू उपचारहैं। देशी गाय का मूत्र है। एक-एक बूँद रात को सोते समय आँखों में डालना है। उन गायों का मूत्र लें, जो गर्भवती नहीं हैं। अगर आप इसे लगातार चार महीने तक इस्तेमाल करेंगे तो, आपका आँखों का चश्मा उतर जाएगा। गाय के मूत्र को काँच के बर्तन में रखने से वह कभी खराब नहीं होता। नेत्र-रोग की सर्वोत्तम औषधि गाय का मूत्र है।
कच्चे प्याज के नुकसान
जिनका ब्लड-प्रेसर कम रहता हैं, वह प्याज का इस्तेमाल न करें। जिनका गुर्दे में इंस्फेक्शन हैं, वह भी प्याज का इस्तेमाल न करें। जिनका शुगर लेवल कम रहता हैं, वह भी कच्चे प्याज इस्तेमाल नहीं करें और जिनका कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम रहता हैं, उनको भी प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। जरूरत से ज्यादा मात्रा में कच्चे प्याज का सेवन करने से कई और तरह की समस्या हो सकती हैं। अधिक मात्रा में प्याज खाने से पसीने से बदबू भी आती हैं। प्याज खाने के बाद मुँह के बदबू को हटाने के लिए आप इलाइची का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्याज कब, कैसे और कितना खाएँ
कब:- प्याज हम सुबह, दोपहर और शाम तीनों टाइम पर खा सकते हैं। प्याज में अधिक मात्रा में पानी होता हैं, इसलिए शाम के समय प्याज थोड़ा कम मात्रा में सेवन करें।
कैसे:- आप प्याज को सलाद के रूप में, चट्नी के रूप में और प्याज को सब्जियों में भी खा सकते हैं। प्याज के रस को निकालकर हम औषधि के रूप सेवन करते हैं।
कितना:- प्याज को अगर सुबह, दोपहर और शाम किसी भी समय खा रहें हैं, तो आप एक समय में 30 से 50 ग्राम से ज्यादा नहीं खाएँ। किसी भी चीज आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं, तो वह नुकसान भी करता हैं।
प्याज के साथ न खाएं ये चीजें,
कभी भी प्याज के साथ दूध का सेवन न करें। अगर हम ऐसा करते हैं, तो हमारे शरीर में कई तरह के चर्म रोग हो सकते हैं। दही को प्याज के साथ खा सकते हैं।
FAQ (प्याज से जुड़े पूछे गए सवाल और जबाब)
Q. प्याज कौन-सा विटामिन पाया जाता है?
Ans:- प्याज में विटामिन C, B6 और B12 पाया जाता हैं।
Q. एक दिन में कितना प्याज खाना चाहिए?
Ans:- एक दिन में 100 ग्राम से ज्यादा प्याज नहीं खाना चाहिए।
Q. प्याज की तासीर क्या होती हैं?
Ans:- प्याज की तासीर ठंडी होती हैं।
Q. सफेद प्याज क्या काम आती हैं?
Ans:- सफेद प्याज में ज्यादा औषधि गुण पाया जाता हैं। अगर प्याज को किसी बीमारी में दवा के रूप में सेवन करते हैं तो आप सफेद प्याज का ही उपयोग करें।
Q. क्या करवा चौथ व्रत के दिन प्याज और लहसून खा सकते हैं कि नहीं?
Ans:- नहीं करवा चौथ व्रत के दिन प्याज और लहसून का सेवन नहीं किया जाता हैं।
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